मध्य प्रदेश में एकलौते सपा MLA को नहीं बनाया मंत्री, अखिलेश बोले- 'थैंक्यू कांग्रेस'
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कमलनाथ कैबिनेट में एकलौते सपा विधायक को जगह ना मिलने पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर की है। अखिलेश यादव ने कहा कि हम कांग्रेस का धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने हमारे एक विधायक को मंत्री नहीं बनाया। राज्य में कांग्रेस का समर्थन करने के बावजूद ऐसा बर्ताव कर कम से कम समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया है। इस बयान के साथ ही ये संकेत मिलने लगे हैं कि सपा आने वाले दिनों में कांग्रेस से किनारा कर सकती है।
2019 के लोकसभा चुनावों के दिन नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक समीकरणों के बदलने के आसार नजर आने लगे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एमपी में मंत्री पद के लिए सपा विधायक को नजरअंदाज किए जाने पर निराशा जाहिर की। अखिलेश ने कहा कि एमपी ने लोगों ने बीजेपी को बाहर करने के लिए भारी मन से कांग्रेस को वोट दिया था।
यूपी में सपा-बसपा ने पहले ही कांग्रेस को संभावित गठबंधन से बाहर रखने का संकेत दिया था। वहीं, अखिलेश यादव ने कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के गठबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा था कि वे उनसे मुलाकात के लिये हैदराबाद जरुर जाएंगे। जाहिर है केसीआर लोकसभा चुनावों से पहले एक गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा गठबंधन बनाने के पक्षधर हैं।
सरकार बनाने में सहयोग करने के बावजूद, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान न्यौते और विधायकों के मंत्री बनाए जाने को लेकर सपा-बसपा कांग्रेस से नाराज हैं। इसको लेकर सियासी गलियारे में चर्चा जोरों पर है कि सपा भी अब कांग्रेस से किनारा करने का मन बना चुकी है और अखिलेश यादव के बयान के बाद ऐसी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।