VIDEO: मेड इन इंडिया तेजस विमान से पाइथन-5 मिसाइल का परीक्षण, पूरी तरह से तबाह हुआ टारगेट
नई दिल्ली, अप्रैल 28: पिछले साल मई में चीन ने सिक्किम और लद्दाख में घुसपैठ की थी। कुछ दिनों बाद सिक्किम में हालात सामान्य हो गए लेकिन लद्दाख में अभी भी तनाव बरकरार है। इसके अलावा पाकिस्तान भी अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर नापाक हरकतों का अंजाम देता रहता है। जिसको देखते हुए भारत भी अपनी रक्षा तैयारियां मजबूत कर रहा है। इस बीच बुधवार को भारतीय वायुसेना और रक्षा अनुसंधान विकास संस्थान (DRDO) के हाथ बड़ी कामयाबी लगी।
5वीं पीढ़ी की मिसाइल का परीक्षण
डीआरडीओ ने बुधवार को भारत में बने स्वदेशी विमान तेजस से हवा से हवा में मार करने वाली पांचवी पीढ़ी की मिसाइल पाइथन-5 का परीक्षण किया। इस परीक्षण का लक्ष्य तेजस पर पहले से ही एकीकृत डर्बी बियॉन्ड विजुअल रेंड (बीवीआर) एएएम की बढ़ी हुई क्षमता को सत्यापित करना था। परीक्षण के दौरान डीआरडीओ और वायुसेना की टीम ने पूरी तरह से मॉनिटरिंग की। इसमें मिसाइल हर उम्मीद पर खरी उतरी।
कहां पर हुआ परीक्षण?
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने कहा कि गोवा में किए गए इस परीक्षण से विभिन्न चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों में इसके प्रदर्शन के प्रमाणन के लिये प्रक्षेपास्त्र परीक्षणों की श्रृंखला पूरी हुई। डर्बी ने अपने टारगेट को सीधे हिट किया। जिससे इसकी क्षमता पूरी तरह से प्रमाणित हो गई। इससे जुड़ा एक वीडियो भी डीआरडीओ की ओर से जारी किया गया है।
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भारत का राफेल है तेजस
भारत की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा उन्नत तकनीकी के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स देश में ही निर्मित हों। इसी वजह से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने LCA तेजस को विकसित किया है। इसका पूरा नाम लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस है, जो वायुसेना के साथ नौसेना के भी काम आता है। इसकी खूबियों को देखते हुए इसे भारत का राफेल कहा जाता है। जिसके तहत 83 तेजस विमान वायुसेना में शामिल होंगे, जिनकी कीमत 48 हजार करोड़ रुपये के आसपास होगी।