मालेगांव विस्फोट के आरोपी मेजर ने भरा पर्चा, हेमंत करकरे को बताया 'नालायक'
लखनऊ। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाद मालेगांव ब्लास्ट के एक अन्य आरोपी रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाद अब मालेगांव धमाके के एक और आरोपी ने शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ विवादित बयान दिया है। इस मामले के एक अन्य आरोपी रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय ने कहा कि हेमंत करकरे आतंकियों के हाथों मारे गए, यह उनकी नालायकी का सबसे बड़ा सबूत था। बता दें कि, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। बता दें कि रमेश उपाध्याय से पहले भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार और मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ने 26/11 हमले में शहीद हुए तत्कालीन महाराष्ट्र एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था।
कोई भी पुलिसकर्मी कहीं भी मरे वह शहीद नहीं कहलाता
अखिल भारतीय हिंदू महासभा से नामांकन दाखिल करने के बाद मेजर रमेश उपाध्याय ने शहीद हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी कहीं भी मरे वह शहीद नहीं कहलाता है। शहीद केवल स्वतंत्रता सेनानी और सैनिक होते हैं। पुलिसवाला कभी शहीद नहीं होता है। रमेश उपाध्याय प्रज्ञा ठाकुर के उन सभी बातों को सही बताया। जिसमें उन्होंने कहा था कि, करकरे ने उनके साथ किस तरह के टॉर्चर किए थे।
हेमंत करकरे ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को निर्वस्त्र करके पीटा था
मेजर उपाध्याय ने यह भी कहा कि हेमंत करकरे ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को निर्वस्त्र करके पीटा था। हम सभी को प्रताड़ित किया था। मामले में 12 में से 11 अभियुक्त ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। प्रज्ञा ठाकुर भी व्हीलचेयर पर चलती हैं। यह इस बात का सबूत है कि हेमंत करकरे ने उन्हें बहुत प्रताड़ित किया था। उपाध्याय ने आरोप लगाया कि, उन्हें और उनके साथ के सभी लोगों को यूपीए की सरकार ने साजिश के तहत गिरफ्तार कराया था।
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सोनिया गांधी के कहने पर हमारे उपर हुई थी कार्रवाई
कांग्रेस नेताओं पर हमला बोलते हुए रमेश उपाध्याय ने कहा कि, हम लोगों पर जो कार्रवाई हुई वह सोनिया गांधी, अहमद पटेल, पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे के निर्देश पर हुई थी। यह पहली बार नहीं जब मालेगांव ब्लास्ट का कोई आरोपी चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले सुधाकर चतुर्वेदी ने सितंबर 2008 में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। सुधाकर चतुर्वेदी से भी मालेगांव विस्फोट में पूछताछ की गई थी।
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