Namaz Controversy: 27 लोगों के खिलाफ FIR के बाद यूपी पुलिस का यू टर्न, ओवैसी बोले- 'निष्पक्ष और समय पर निर्णय'
नई दिल्ली, 30 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में दो घर में सामूहिक रूप से नमाज पढ़े जाने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। 27 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा को लेकर सवाल उठाए हैं। वहीं एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने यू टर्न ले लिया है। मुरादाबाद पुलिस ने दो ट्विट कर मामले के खत्म करने की बात कही है।
यूपी के मुरादाबाद जिले में सामूहिक रूप से नमाज पढ़े जाने के मामले में अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी एंट्री ले ली है। दरअसल, मुरादाबाद के दूल्हेपुर गांव में दो घरों में सामूहिक नमाज अदा की गई थी। जिसको लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। मुरादाबाद पुलिस ने मामले में 27 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद यूटर्न ले लिया है। वहीं असदुदीन अवैसी ने भाजपा पर निशाना साधा है।
वहीं मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला समेत कई राजनीतिक नेताओं आलोचना की।
मुरादाबाद पुलिस ने ट्विटर पर एक बयान जारी किया और साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमंत कोटियाल का एक वीडियो संदेश भी जारी किया। ट्वीट में पुलिस ने कहा कि शिकायत पर मामले की जांच की गई लेकिन आरोप के समर्थन में कोई सबूत नहीं, जिसके कारण अब इसे खत्म किया जा रहा है।
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वहीं मुरादाबाद पुलिस द्वारा बयान जारी किए जाने के बाद ओवैसी ने इस कदम को 'निष्पक्ष और समय पर निर्णय' कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूपी पुलिस 'भीड़ के दबाव में अवैध प्राथमिकी' दर्ज करना बंद कर देगी और उम्मीद है कि लोग अब बिना किसी परेशानी के अपने घरों में नमाज अदा कर सकेंगे।'