आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी, घर का किराया देने के भी पैसे नहीं
एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी को उनकी हिम्मत और साहस के लिए कई ईनाम मिले, लेकिन आज हालात ये हैं कि उनके पास न नौकरी है और न ही रहने को घर। कई ईनाम पा चुकीं लक्ष्मी अग्रवाल आज आर्थिक तंगी का सामना कर रही हैं।
नई दिल्ली। एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी को उनकी हिम्मत और साहस के लिए कई ईनाम मिले, लेकिन आज हालात ये हैं कि उनके पास न नौकरी है और न ही रहने को घर। कई ईनाम पा चुकीं लक्ष्मी अग्रवाल आज आर्थिक तंगी का सामना कर रही हैं। नौकरी न होने के चलते वो अपने घर का किराया देने में सक्षम नहीं है और उन्हें जल्द ही ये घर खाली करना होगा। लक्ष्मी की हालत देश में कई एसिड अटैक पीड़िताओं की कहानी बयां करती है।
चेहरे के कारण नहीं दे रहा कोई नौकरी
दिल्ली के लक्ष्मी नगर में अपनी बेटी के साथ रहने वालीं एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी आर्थिक परेशानी का सामना कर रही हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार एसिड अटैक पीड़ित होने के कारण उन्हें कोई नौकरी पर नहीं रख रहा है और इसलिए वो अपने मकान का किराया देने में भी सक्षम नहीं हैं। उनके मकानमालिक ने उन्हें घर खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है। लक्ष्मी पिछले एक साल से बिना नौकरी के हैं।
'रोजाना की जरूरतों के लिए भी पैसे नहीं'
लक्ष्मी ने कहा, 'लोगों को लगता है कि क्योंकि मुझे कई अवॉर्ड्स मिले हैं, रैंप वॉक की है तो मेरी जिंदगी अच्छी होगी, लेकिन मेरे पास रोजाना की जरूरतों के लिए भी पैसे नहीं हैं।' लक्ष्मी के पास अब न तो सेविंग बची है और न ही हाथ में कोई नौकरी है। जिंदगी में मुश्किलें इतनी बढ़ गई हैं कि घर ढूंढते वक्त मकानमालिक उन्हें ताने देते हैं। वो कहते हैं कि वो नहीं चाहते कि लक्ष्मी का चेहरा देखकर उनके बच्चे डरें। लक्ष्मी ने 10वीं तक पढ़ाई की है और वो ट्रेन्ड ब्यूटिशियन हैं, लेकिन उन्हें पार्लर में भी नौकरी नहीं मिल रही।
बेटी की जिम्मेदारी भी लक्ष्मी पर
'पार्लर वालों का कहना होता है कि कस्टमर मेरा चेहरा देखकर डर जाएंगे। मैंने कॉल सेंटर में भी अप्लाई किया और कहा कि कस्टमर मेरा चेहरा नहीं देखेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि नौकरी करने के लिए चेहरा भी तो होना चाहिए।' लक्ष्मी इससे पहले एक एनजीओ की डायरेक्टर थीं, लेकिन अपने पूर्व लिव-इन पार्टनर आलोक दीक्षित से मतभेदों के चलते उन्होंने वो नौकरी छोड़ दी। लक्ष्मी और आलोक ने चार साल पहले बिना शादी के साथ रहना शुरू किया था। दोनों की एक बेटी भी है, पीहू।
मतभेदों के चलते पार्टनर से हुईं अलग
बेटी के जन्म के कुछ समय बाद ही दोनों ने मतभेदों के चलते अपना रिश्ता खत्म कर लिया। बेटी की कस्टडी लक्ष्मी के पास है और उसकी जिम्मेदारी भी। आलोक खुद मानते हैं कि वो अपनी बेटी के पालन-पोषण के लिए आर्थिक सहायता करने में नाकाम रहे हैं। लक्ष्मी को दिल्ली में कई फैशन डिजाइनर्स के लिए रैंप वॉक करने के ऑफर आते हैं, लेकिन उसमें वो पैसे देने को तैयार नहीं होते। लक्ष्मी ने ऐसे फैशन शोज का हिस्सा होना छोड़ दिया है। वो कहत हैं, 'मेरे पास देखभाल करने के लिए एक बच्चा है और मुझे इनकम एक पर्मानेंट सोर्स चाहिए।'