एकनाथ शिंदे से आदित्य ठाकरे की अपील, Mumbai Metro के लिए Aaray Forest नष्ट न करे सरकार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बनने के बाद शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने अपील की है कि Mumbai Metro के लिए सरकार Aaray Forest नष्ट न करे।
मुंबई, 03 जुलाई : महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद उद्धव ठाकरे की सरकार के फैसलों को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (aaditya thackeray) के बेटे और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, महाराष्ट्र विधानसभा की बैठक में भाग लेने के कारण वे आरे वन और मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (MMRCL) के लिए भूमि के लिए हुए विरोध को याद कर रहे हैं। आदित्य ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, वे विनम्रतापूर्वक नई सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा, हमारे प्रति नफरत मत पैदा करो, हमारी प्रिय मुंबई के प्रति नफरत मत फैलाओ।
Aarey Forest पर आदित्य का ट्वीट
रविवार को शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, आरे के जंगल में केवल 2700+ पेड़ नहीं हैं। यह जैव विविधता के बारे में है जिसे हम अपने मुंबई में संरक्षित करना चाहते हैं। मेट्रो कारशेड और उसके आसपास तेंदुओं और अन्य छोटी प्रजातियों के दैनिक दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा, शिवसेना को आरे के जंगल के चारों ओर 800 एकड़ से अधिक भूभाग को जंगल घोषित करने पर गर्व है।
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Mumbai Metro कारशेड : शिवसेना के सुझाव
आदित्य ठाकरे ने कहा, कारशेड के काम पर तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे ने स्टे लगाया था। लाइन 3 पर काम को पूरा करने के लिए पूरा समर्थन किया गया। कांजुरमार्ग के बदले वैकल्पिक स्थान तय किया गया है। भारत सरकार द्वारा विवादित कांजुरमार्ग के बदले मेट्रो लाइनों के लिए डिपो संख्या 3, 4, 6, 14 की जगह फिट होगी। कांजुरमार्ग को वैकल्पिक और एक ही जगह शिफ्ट करने से लागत और समय की बचत होगी।
मेट्रो कारशेड पर आदित्य के सुझाव
आदित्य ठाकरे ने कहा, लाइन 6 को वैसे भी एक कारशेड की जरूरत होगी। उन्होंने कहा, कारशेड के लिए कांजुरमार्ग या पहाड़ी गोरेगांव की लोकेशन मूल रूप से 2018 में सोची गई थी। बकौल आदित्य ठाकरे, दोनों का अध्ययन करने के बाद, दोनों लाइन तीन के लिए भी संभव हैं। उन्होंने कहा कि मेट्रो हर ट्रिप के बाद कारशेड में नहीं जाते, उन्हें लाइनों को स्थिर करने (stabilising lines) की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, स्टेबिलाइजिंग लाइन तीन के लिए गायब हैं।
MMRCL प्रोजेक्ट पर सही प्लानिंग जरूरी
MMRCL के बारे में आदित्य ठाकरे ने कहा, यह सतत विकास और बेहतर योजना के बारे में है। यह मुंबई के विकास के बारे में है। हम एक बुरी तरह से नियोजित परियोजना को सौंपने के बजाय यहां रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि खराब प्लानिंग मुंबई के आरे वन को नष्ट कर देगी। आदित्य ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई में बनी MVA सरकार के कार्यकाल में Aarey Forest संरक्षण और MMRCL परियोजना को पूरा करने की दिशा में हुई पहल का भी जिक्र किया।
क्या है Aarey Forest का पूरा मामला
बता दें कि अक्टूबर, 2019 में मुंबई की आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर हुआ विवाद सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने तत्काल प्रभाव से पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी थी। तत्कालीन केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि सरकार की ऐसी नीति है कि अगर एक पेड़ काटा जाता है तो आपको पांच पेड़ों को लगाना पड़ता है और उनका तबतक खयाल रखना पड़ता है जब तक कि पेड़ बड़े नहीं हो जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने आरे के जंगलों में पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले सभी प्रदर्शनकारियों को तत्काल रिहा करने का आदेश भी दिया था।
MMRCL परियोजना के अलावा भी काटे गए पेड़
गौरतलब है कि MMRCL परियोजना के अलावा आरे के जंगलों में करीब 2,700 पेड़ों की कटाई से पहले मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के रूट के लिए भी हजारों पेड़ काटे गए थे। महाराष्ट्र-गुजरात दोनों राज्यों में हजारों पेड़ों की कटाई के बारे में नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) का कहना है कि वे करीब 25 हजार पेड़ों को ट्रांसप्लांट करेंगे।
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