नोटबंदी से तंग चाय वाले की मौत, जहां उठनी थी बेटियों की डोली वहां उठ गई बाप की अर्थी
बड़े बेटे दीनदयाल ने बताया कि जगदीश बोलते रहते थे कि शादी का काम बिगड़ रहा है। उनकी मां भी रात-रात भर सो नहीं पा रहीं थी।
सीकर। 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने के फैसले के बाद जहां आम आदमी की परेशानियां बढ़ गई हैं वहीं इस फैसले के बाद देश भर से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है।
राजस्थान के सीकर में अपनी दो बेटियों की शादी के लिए रुपयों की व्यवस्था को लेकर परेशान चल रहे एक चाय बेचने वाली व्यक्ति की बुधवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक सीकर के जगमालपुरा में किराए पर चाय की दुकान चलाने वाले 62 वर्षीय जगदीश पंवार की दो बेटियों की शादी आगामी 3 दिसंबर को होनी है।
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जगदीश के बेटे राजेंद्र ने बताया कि नोटबंदी के फैसले के बाद उसके पिता अपनी दो बेटियों सुनीता और किरन की शादी को लेकर काफी परेशान थे। उनके पास 500 और 1000 के पुराने नोटों में 45 हजार रुपए थे।
खाना खाने के तुरंत बाद बिगड़ने लगी हालत
इन रुपयों को बैंक में जमा करने और नए नोट निकालने के लिए जगदीश दुकान बंद कर बैंक के चक्कर लगा रहे थे। बुधवार को जगदीश सुबह 9 बजे घर से दुकान जाने के लिए निकले थे।
इसके बाद दोपहर में वे खाना खाने घर आए। राजेंद्र ने बताया कि खाना के बाद अचानक उसके पिता की हालत बिगड़ने लगी। परिजन तुरंत जगदीश को नजदीकी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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राजेंद्र ने बताया कि उसके पिता 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने के बाद से परेशान थे। बेटियों की शादी के लिए हलवाई, टेंट आदि को रुपए देने थे, लेकिन उनके पास पुराने नोट थे।
जिला कलेक्टर ने लिखी आरबीआई को चिट्ठी
बड़े बेटे दीनदयाल ने बताया कि जगदीश बोलते रहते थे कि शादी का काम बिगड़ रहा है। उनकी मां भी रात-रात भर सो नहीं पा रहीं थी। इन्हीं सब को लेकर जगदीश काफी परेशान थे।
जगदीश की मौत का मामला सामने आने के बाद जिला कलेक्टर कुंज बिहारी गुप्ता ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखकर बैंकों में कैश की पर्याप्त व्यवस्था करने की मांग की है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि बैंकों की तरफ से शिकायत मिली है कि पिछले दो दिनों से आरबीआई से बिल्कुल कैश नहीं मिला है। उन्होंने इस संबंध में आरबीआई को चिट्ठी लिखी है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर की आधी रात के बाद यानी 9 नवंबर से ही मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को बैन कर दिया है। इसके बदले सरकार ने फिलहाल 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए हैं।
सरकार ने यह कदम कालेधन पर लगाम लगाने के चलते उठाया है। सरकार के अनुसार इस कदम से आतंकवादियों और नक्सलियों को होने वाली फंडिंग पर भी रोक लगेगी।