ICMR Director बोले- कोरोना की तीन संभावित वैक्सीन का विभिन्न स्टेज का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है
नई दिल्ली। भारतीय कंपनी भारत बायोटेक और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के द्वारा तैयार की गई कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन Covaxin को तीसरे चरण के परीक्षणों को मंजूरी मिल चुकी है। बात दें भारत में कोरोना की तीन संभावित वैक्सीन पर काम चल रहा है। जिसमें Covaxin वैक्सीन के तीसरे चरण को मंजूरी मिल चुकी है। वही कैडिला नामक दूसरी वैक्सीन दूसरे चरण के परीक्षण में हैं। इसके अलावा तीसरी वैक्सीन सीरम सीरम चरण 2 बी परीक्षण पूरा कर रही है यह परीक्षण ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और यूएस में हो रहा है। ये जानकारी मंगलवार को आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने दी।

बता दें देश में फिलहाल तीन वैक्सीन- भारत बायोटेक-ICMR की कोवाक्सिन(Covaxin), जायडस कैडिला की जाइकोव-डी(Zykov-D) और सीरम इंडिया द्वारा ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड(Covishield) का ट्रायल विभिन्न चरणों में है। इनमें से एक भी अगर अपने अंतिम मुकाम तक पहुंचने के बाद पूर्ण रुप से सफल रहती हैं तो भारत देश के लिए ये बहुत बड़ी कामययाबी होगी।
एनआईटीआई योग के वीके पॉल ने बताया कि हमने राज्य के गोवत्स से अनुरोध किया है कि वे समग्र तस्वीर को स्पष्ट करने के लिए प्रतीक्षा करें और आकर्षक कंपनियों के लिए एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण अपनाएं और वैक्सीन के लिए मानदंड तय करें। टीके को प्राथमिकता समूहों में पहुंचाने के लिए, संसाधनों के मामले में कोई समस्या नहीं है।
गौरतलब है कि बायोटेक कंपनी को सरकार से 'कोवाक्सिन' वैक्सीन के लिए तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति भी मिल गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर साई प्रसाद का कहना है कि इस संभावित वैक्सीन को शुरुआती दो चरणों में बिना किसी प्रमुख समस्या के सुरक्षित पाया गया है। इसके शुरुआती ट्रायल करीब 1000 लोगों पर किए गए थे, जिनमें से 90 फीसदी के शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण हुआ था। कंपनी ये ट्रायल दीपावली के बाद आरंभ कर सकती है।
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