2,990 करोड़ की लागत वाली सरदार पटेल की प्रतिमा तैयार, चीन दे रहा आखिरी रूप
नई दिल्ली। गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टेच्यू अब लगभग बनकर तैयार हो गया, जिसका 'फाइनल फिनिशिंग' चीन के लेबर भी दे रहे हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल का स्टेच्यू महाराष्ट्र में बन रहे छत्रपति शिवाजी के स्टेच्यू से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। ये दोनों, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से विशाल होंगे जिन पर अब तक करीब 100 करोड़ डॉलर खर्च हो चुके हैं। करीब 183 मीटर ऊंची इस सरदार पटेल की प्रतिमा की 'स्टेच्यू ऑफ युनिटी' के नाम से जाना जाएगा, जिसका लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
सेना के 2,500 श्रमिक और सैकड़ों चीनी मजदूर स्टेच्यू ऑफ युनिटी पर बन रही क्लॉक पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को दुनिया की विशाल प्रतिमा का अनावरण करेंगे और यहीं से औपचारिक रूप से बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी।
सरदार सरोवर बांध के निकट 2,990 करोड़ की लागत से तैयार हो रही इस प्रतिमा दुनियाभर पर्यटकों को आकर्षित करेगी। पर्यटकों के लिए 501 फीट तक फैली हुई एक गैलरा भी होगी, जिसमें करीब 200 पर्यटक एक साथ आ सकते हैं। इसके अलावा, इस प्रतिमा के पास ही 128 कमरों का एक 3 सितारा होटल भी होगा, जिसमें रेस्त्रां और कॉन्फ्रेंस करने की सुविधा होगी।
करीब 90 फीसदी इस प्रतिमा का काम पूरा हो चुका है। जब ये प्रतिमा पूरी तरह बन जाएगी तो ये दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा कहलाई जाएगी। स्टेच्यू ऑफ युनिटी से दोगुनी और सबसे ऊंची मौजूदा प्रतिमा चीन के 'स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा' से 100 मीटर ऊंची होगी।