हैदराबाद में शिक्षक ने पार की दरिंदगी की हद, शरीर से खून निकलने के बाद भी छात्रों का मारता रहा बेंत
आंध्र प्रदेश स्थित हैदारबाद में एक जूनियर कॉलेज के टीचर ने 4 स्टूडेंट्स को बेतहाशा मारा। उनके परिजनों ने जब शिकायत दर्ज की तब उसे सस्पेंड किया गया। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में 4 छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। दी ई जानकारी के अनुसार यहां के एसआर नगर स्थित श्री चैतन्य जूनियर कॉलेज में फिजिक्स के टीचर ने चार छात्रों को बेरहमी से पीटा। कॉलेज के शिक्षक डोरा बाबू ने छात्रों बेंत से मारा। शिक्षक की मार से चारों छात्र बुरी तरह से घायल हो गए। शिक्षक डोरा बाबू का दावा है कि इन चार छात्रों के एकेडमिक सेशन के शुरूआत से ही अपना होमवर्क नहीं किया था। जब शिक्षक, इन चार छात्रों को मार रहा था, तब कुछ अन्य छात्रों ने इसका वीडियो बनाया और स्थानीय मीडिया को दे दिया, जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ। ये भी पढ़ें: भारतीय वैज्ञानिकों ने विकसित की नई तकनीक,बड़ी दुर्घटनाओं में आसानी से पता चल सकेगा DNA
इसी कॉलेज के करीब 10 से ज्यादा छात्रों ने इस शिक्षक के खिलाफ पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। मामले पर कॉलेज प्रशासन ने कहा कि शिक्षक डोरा बाबू को, परिजनों की ओर से इस संबंध में शिकायत करने के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट्स ने शिक्षक के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की मांग की है। एसआर नगर पुलिस ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। इन छात्रों में से एक मोहम्मद शरीफ ने कहा कि डोरा बाबू काम ना करने पर कई बार मारते थे। ये भी पढ़ें: तिरुपति: हाथी को थोड़ा तेज चलने को कहा तो भड़का, महावत को पटक कर कुचला
शरीफ के पिता ने इस विषय पर कॉलेज प्रशासन के पास शिकायत दर्ज कराई है। शरीफ की क्लास के एक स्टूडेंट ने शिक्षक ने तब भी मारना बंद नहीं किया, जब इनके शरीर से खून बहने लगा। शरीफ के पिता ने कॉलेज प्रशासन से कहा है कि अगर उनका बेटा पढ़ाई ना भी करे तो भी उसे ना मारा जाए। पुलिस ने कहा कि इस मसले के संबंध में कॉलेज प्रशासन से संपर्क में है और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। एसआर नगर पुलिस से मोहम्मद वदीदुद्दीन ने कहा कि एक बार हमारी प्रारंभिक जांच पूरी हो जाए, हम कार्रवाई करेंगे। ये भी पढ़ें: किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय करेगा सबसे खराब शिक्षक की घोषणा, फैसले का हो रहा विरोध