हरियाणा: वेतन मांगा तो छिनी डॉक्टर की नौकरी, हॉस्पिटल के सामने पत्नी संग बेच रहा चाय
करनाल। मुख्यमंत्री के गृहनगर करनाल में एक डॉक्टर सड़क किनारे अपनी पत्नी संग चाय का ठेला लगाने का मजबूर है। डॉक्टर के आरोप हैं कि लॉकडाउन के इन दिनों उसे सैलरी नहीं दी गई। सैलरी मांगने पर नौकरी से निकाल दिया गया। वह प्राइवेट हॉस्पिटल में जॉब करते थे।
सीएम खट्टर के गृहनगर करनाल का मामला
यह डॉक्टर हैं गौरव वर्मा। जो अब अस्पताल की ड्रेस पहनकर करनाल के सेक्टर-13 में ठेले पर चाय बनाकर बेचते हैं। इस काम में उनकी नवविवाहिता पत्नी भी साथ देती हैं। गौरव ने सरकार से संबंधित अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि, मेरी दो माह की सैलरी बकाया थी। जब मांगी तो पहले तबादला किया गया, जिसके बाद विरोध किया तो नौकरी से भी निकाल दिया।'
पहले गाजियाबाद तबादला, फिर नौकरी से निकाला
बकौल गौरव, ''जब मैंने कंपनी के हेडक्वार्टर में बात की तो मेरी नहीं सुनी गई। बल्कि ट्रांसफर गाजियाबाद कर दिया गया। बाद में विवाद और बढ़ा तो नौकरी से भी निकाल दिया गया। जिसके बाद हमने हरियाणा के सीएम विंडो पर भी शिकायत की, लेकिन न्याय न मिलता देख अस्पताल के सामने ही ठेले पर चाय बेचने लगे।'
सिविल सर्जन डॉक्टर का है यह कहना
इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर अश्विनी अहूजा ने कहा कि, मेरे पास इस बारे में शिकायत आई है। अभी इस संबंध में कुछ कहना जल्दबाजी होगी, यह जांच का विषय है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने भी यही बात कही।
हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने नकारे सभी आरोप
अस्पताल की करनाल यूनिट के हेड ने अपनी सफाई में कहा कि, लॉकडाउन के चलते हमें अपने कर्मियों को सैलरी देने में दिक्कतें आ रही हैं। मगर, डॉक्टर गौरव ने जो स्टेटमेंट दी है, वो पूरी तरह से गलत है। वो कई बार गैर कानूनी काम करते पाए गए, जिसे लेकर 3-4 नोटिस जारी कर चेतावनी दी जा चुकी है। कंपनी के सीनियर अधिकारी उनसे मिलने गए, लेकिन गौरव ने मिलने से मना कर दिया। अगर उन्हें कोई दिक्कत है तो मामले को बैठकर ही सुलझाया जा सकता है।
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