लकड़ी के तख्ते के सहारे 16 घंटे तक यमुना नदी में यूं बहती रही महिला, मछुआरों ने ऐसे बचाई जान
लकड़ी के तख्ते के सहारे 16 घंटे तक यमुना नदी में यूं बहती रही महिला, मछुआरों ने ऐसे बचाई जान
हमीरपुर, 31: टाइटैनिक शिप के ऊपर 1997 में बनी हॉलीवुड फिल्म 'टाइटैनिक' तो आप सभी ने देखी ही होगी। फिल्म का लास्ट सीन तो आपको याद ही होगा। जिसमें रोज़ (केट विंसलेट) जहाज डूबने के बाद समुद्र में एक लकड़ी के टुकड़े के सहारे टिकी रहती है और बाद में बचाव दल उसकी जान जान बचाता है। ऐसा ही एक सीन उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में भी देखने को मिला। दरअसल, यहां एक 50 वर्षीय महिला यमुना नदी में लकड़ी के तख्ते के सहारे बहती रही, जिसकी मछुआरों ने जान बचाई।
क्या है पूरा मामला
50 वर्षी जय देवी, जालौन जिले के कदौरा थाना क्षेत्र के लिची का डेरा शारदा नगर की रहने वाली है। बुधवार 21 जुलाई की शाम करीब पांच बजे जय देवी खेतों की तरफ गई थी। तभी कलिदर नाला में पैर फिसलने से वह गिर पड़ी। नाले का बहाव तेज होने के कारण जय देवी बहते हुए यमुना नदी में जा पहुचीं। वहां से पूरी रात बहाव में लकड़ी के सहारे बहते हुए करीब 25 किमी का सफर तय कर गुरुवार सुबह लगभग 9 बजे वह मनकी गांव के करीब पानी में उतराती दिखाई दी। जिसकी सूचना गांव के चौकीदार रामसजीवन ने हरौलीपुर चौकी इंचार्ज भारत यादव को सूचना दी।
मछुआरों की मदद से पुलिस ने बचाई जान
सूचना मिलते ही हरौलीपुर चौकी इंचार्ज भारत यादव गांव के मछुआरों को इकट्ठा कर उनकी मदद से महिला को पानी से बाहर निकाला और इलाज करवाया। इतना ही नहीं, महिला जय देवी द्वारा बताए पते पर उनके परिजनों को सूचना दी। जिसपर पीड़ित महिला का पुत्र राहुल, पुत्री विनीता मौके पर पहुंच गए। तब पुलिस ने महिला उनके सुपुर्द कर दिया। वहीं, अब लकड़ी के तख्ते के सहारे 25 किलोमीटर का सफर तय कर जालौन से हमीरपुर पहुंचने वाली महिला जय देवी की चर्चा हो रही है।
लकड़ी का तख्ता बना जीवनदायनी
जालौन जनपद से पानी में बहकर आई महिला के लिए एक बबूल की लकड़ी जीवन दायनी बन गई। हरौलीपुर चौकी इंचार्ज भारत यादव ने बताया कि पानी मे डूबती महिला ने एक बबूल की लकड़ी के सहारे करीब 25 किलोमीटर का सफर तय किया। महिला उसी लकड़ी को पकड़कर पूरी रात पानी में बहती रही है। बहते बहते वह सुबह मनकी गांव आ पहुंची। जहां लोगों के देखने के बाद सूचना पर तुरंत पहुंच मछुआरों की मदद से उसे बाहर निकाला गया।