एमपी: मणप्पुरम में सोना रखने पर लुट गया ज्वैलर, सवा तीन किलो सोने की लग गई चपत
ग्वालियर में एक ज्वैलर को उसके ही दोस्त की बेटी ने ठग लिया, मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस में सुरक्षित ब्याज दिलवाने के नाम पर अपने ही पिता के दोस्त का सवा तीन किलो सोना एक महिला ने हड़प लिया
ग्वालियर, 4 अक्टूबर। ग्वालियर में एक ज्वैलर ने अपने ही दोस्त की बेटी का भरोसा करके मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस में अपने घर का सवा तीन किलो सोना रख दिया। दोस्त की बेटी ने सुरक्षित तरीके से ब्याज दिलाने का भरोसा दिया था लेकिन दोस्त की बेटी के झांसे में आकर ज्वैलर अपने गोल्ड से भी हाथ धो बैठा।
दोस्त
की
बेटी
ने
उठाया
संबंधों
का
फायदा
हरिशंकर
पुरम
में
रहने
वाले
ज्वैलर
महेश
जैन
की
दोस्ती
शिंदे
की
छावनी
में
रहने
वाले
चंद्र
मोहन
शर्मा
के
साथ
थी।
चंद्र
मोहन
की
बेटी
रश्मि
शर्मा
पर
महेश
जैन
बहुत
भरोसा
करते
थे।
पारिवारिक
संबंध
होने
की
वजह
से
शक
और
धोखाधड़ी
की
कोई
गुंजाइश
ही
नहीं
थी।
इसी
बात
का
फायदा
रश्मि
ने
उठाया
और
अपने
ही
पिता
के
दोस्त
को
सवा
3
किलो
सोने
की
चपत
लगा।
सुरक्षित
ब्याज
का
झांसा
देकर
मणप्पुरम
गोल्ड
फाइनेंस
में
रखवा
दिया
सोना
रश्मि
शर्मा
मणप्पुरम
गोल्ड
फाइनेंस
में
एजेंट
के
रूप
में
कार्यरत
है।
रश्मि
ने
अपने
पिता
के
दोस्त
महेश
जैन
को
इस
बात
का
भरोसा
दिलाया
कि
उनकी
कंपनी
में
अगर
वे
अपने
घर
का
सोना
रख
देंगे
तो
सोना
भी
सुरक्षित
रहेगा
और
कंपनी
की
तरफ
से
उन्हें
डेढ़
प्रतिशत
का
ब्याज
भी
मिलेगा।
रश्मि
और
महेश
जैन
के
बीच
हुआ
एक
सौदा
रश्मि
ने
महेश
जैन
को
सुरक्षित
ब्याज
दिलवाने
का
झांसा
दिया।
रश्मि
ने
कहा
यह
स्कीम
सिर्फ
कंपनी
में
काम
करने
वाले
कर्मचारियों
के
लिए
ही
है।
अगर
रश्मि
के
नाम
से
वे
अपना
सोना
कंपनी
में
जमा
कर
देंगे
तो
डेढ़
प्रतिशत
का
ब्याज
मिलेगा
जिसमें
से
1%
ब्याज
को
वह
महेश
जैन
को
दे
देगी
और
आधा
प्रतिशत
का
ब्याज
खुद
रख
लेगी।
महेश
जैन
ने
अपनी
दोस्त
की
बेटी
पर
भरोसा
करते
हुए
अपनी
हामी
भर
दी।
सवा
3
किलो
सोना
कंपनी
में
कर
दिया
जमा
महेश
जैन
ने
अपने
दोस्त
की
बेटी
की
बातों
पर
भरोसा
करके
अपने
घर
का
सवा
3
किलो
सोना
मणप्पुरम
गोल्ड
फाइनेंस
कंपनी
में
जमा
कर
दिया।
रश्मि
के
नाम
से
जमा
किए
गए
इस
सोने
की
एक
रसीद
रश्मि
ने
महेश
जैन
को
भी
दे
दी।
कुछ
समय
बाद
जब
महेश
जैन
को
अपना
सोना
वापस
चाहिए
था
तो
महेश
ने
रश्मि
से
सोना
वापस
निकालने
के
लिए
कहा
लेकिन
रश्मि
लगातार
महेश
जैन
को
नजरअंदाज
करती
रही
और
सोना
निकालकर
नहीं
लाई।
महेश
जैन
ने
कंपनी
में
पहुंच
कर
ली
जानकारी
रश्मि
द्वारा
सोना
निकालने
की
बात
टालने
पर
महेश
जैन
को
संदेह
हुआ
और
वे
सीधा
मणप्पुरम
गोल्ड
फाइनेंस
कंपनी
में
पहुंच
गए।
यहां
उन्हें
जानकारी
मिली
कि
जो
सोना
रश्मि
ने
अपने
नाम
से
कंपनी
में
जमा
किया
था
उसमें
से
ज्यादातर
सोना
रश्मि
द्वारा
वापस
ले
लिया
गया
है
और
जो
सोना
बचा
है
उस
पर
रश्मि
ने
लोन
भी
ले
लिया
है।
अपने
साथ
हुई
ठगी
की
थाने
में
कराई
शिकायत
दर्ज
महेश
जैन
को
जब
अपने
साथ
हुई
ठगी
का
मालूम
चला
तो
उन्होंने
अपने
दोस्त
और
रश्मि
के
पिता
से
संपर्क
किया
लेकिन
वे
भी
महेश
कोई
मदद
नहीं
कर
सके।
जिसके
बाद
महेश
जैन
ने
इंदरगंज
थाने
पहुंचकर
रश्मि
और
उसके
पति
समेत
मणप्पुरम
गोल्ड
फाइनेंस
के
मैनेजर
पर
एफआईआर
दर्ज
करवाई
है।