VIDEO: गुजरात में जमानत पर जेल से निकले हत्यारोपी ने ऑडी से रैली निकाली, समर्थकों संग मनाया जश्न
वडोदरा। गुजरात में वडोदरा से ऐसा मामला सामने आया है, जिससे पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। लोग कानून-व्यवस्था को धिक्कार रहे हैं। हत्या के अपराध में सलाखों के पीछे गया एक शख्स 3 दिन पहले जब जमानत पर बाहर आया तो उसका किसी हीरो की तरह स्वागत हुआ। वो अपराधी जेल से निकलने के बाद ऑडी में सवार हुआ और शहरभर के रास्तों से काफिले के साथ गुजरा। इस दौरान उसके साथ समर्थकों की भारी भीड़ बाइकों से रैली में शामिल हुई। कई लोग चलते-चलते ही उसकी सेल्फी ले रहे थे, मानो उस गुंडे ने कोई सराहनीय काम किया हो। उन सभी के इस जश्न ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए हैं।
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वडोदरा में सरेआम गुंडागर्दी, हत्यारोपी की रैली निकली
संवाददाता ने बताया कि, जेल से जमानत पर बाहर हुए शख्स का नाम सूरज कहार है। वह तीन दिनों पहले सेंट्रल जेल से रिहा हुआ था। उसे 23 फरवरी को वाघोड़िया क्षेत्र में एक हत्या के अपराध में सजा हुई थी। सूरज पर आरोप हैं कि, उस समेत 6 लोगों ने मामूली झगड़े के बाद देवल जादव को मौत के घाट उतार दिया था। तब पुलिस ने सभी हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। मगर, अब उस हत्यारोपी ने तो पुलिस एवं कानून व्यवस्था को धता बता दिया। किसी फिल्म के गुंडे की तरह वो समर्थकों की भीड़ लेकर जेल से वाहनों में सवार हुआ और घर तक रैली निकाली।
कोरोना लॉकडाउन में भीड़, न मास्क न हेल्मेट
इस घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं। संवाददाता ने बताया कि, दवाब बढ़ने पर पुलिस हरकत में आई और उसके बाद लाल रंग की कार जब्त की। चर्चा हो रही हैं कि, वह कार एक भाजपा नेता की है, जिससे एक और बखेड़ा खड़ा होने के आसार हैं। वहीं, हत्यारोपी द्वारा कोरोना लॉकडाउन में इस तरह नियम कायदे तोड़ने के बावजूद उसे दोबारा जेल नहीं भेजने पर लोग पुलिस को दुत्कार रहे हैं। वीडियो में आप देख सकते हैं कि, सूरज और उसके समर्थकों की फौज ने किस तरह जश्न मनाया।
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जेल से निकलते ही समर्थकों की भीड़ दौड़े चले आई
जब वह जेल से जमानत पर छूटा तो खबर मिलते ही समर्थक जेल के बाहर उमड़ पड़े थे। सूरज ने ऑडी में सवार होकर जेल से रावपुरा और फिर वहां से वारसिया में स्थित अपने घर तक रैली निकाली। कोरोना की महामारी के बीच निकली सूरज कहार की इस रैली में बड़ी संख्या में उसके समर्थक शामिल हुए। इतना ही नहीं, इसमें ना ही किसी ने मास्क लगाया था और ना ही हेल्मेट पहना था। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का सरेआम उल्लंघन किया गया था। फिर भी शहर की पुलिस को यह रैली जैसे नजर तक नहीं आई।
पुलिस हरकत में आई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं
उन लोगों ने रैली के कुछ वीडियो सोशल मीडिया में खुद ही वायरल किए। जिसके चलते पुलिस कमिश्नर द्वारा मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई। क्राईम ब्रांच ने सूरज कहार समेत 10 लोगों के खिलाफ गुनाह दर्ज कर रैली में इस्तेमाल हुई रेड ऑडी कार जब्त की। हालांकि, खबर लिखे जाने तक किसी को जेल नहीं भेजा गया।
रेड ऑडी कार भाजपा नेता की निकली
प्राथमिक जानकारी में यह सामने आया है कि, वो कार भाजपा युवा मोर्चा कार्यालय मंत्री प्रितेश शाह की है। उन्होंने कार किसी व्यक्ति के पास गिरवी रखी थी। जहां से ये कार सूरज कहार के पास पहुंच गई थी।
वायरल हो रहे वीडियो, पुलिस सवालों के घेरे में
वहीं, सूरज और उसके समर्थकों के इस हद तक गुजर जाने पर कई लोगों ने सवाल उठाए। कुछ ने कहा कि, कानून तो सिर्फ आम व्यक्ति के लिए है। आम लोगों से लाठी के जोर पर कानून का पालन करवाने वाली पुलिस गुनाहगारों व नेताओं के सामने भीगी बिल्ली बन जाती है।