Morbi Bridge Collapse: मोरबी हादसे में बड़ी कार्रवाई, नगर पालिका के मुख्य अधिकारी को किया गया निलंबित
गुजरात के मोरबी में ओवरब्रिज के गिरने से अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 100 से ज्यादा लोग चोटिल हुए हैं। प्रशासन के मुताबिक नदी में गिरे अब तक सभी लोगों को निकाला जा चुका है। मामले में पुलिस ने ओवरब्रिज बनाने वाली कंपनी के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इसी बीच एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
आरोपियों
का
केस
लड़ने
से
वकील
एसोसिएशन
ने
किया
मना
मोरबी
बार
एसोसिएशन
और
राजकोट
बार
एसोसिएशन
ने
आरोपियों
का
केस
लड़ने
से
इनकार
कर
दिया
है।
इसको
लेकर
काउंसिल
की
तरफ
से
एक
प्रस्ताव
भी
पारित
कर
दिया
गया
है।
काउंसलिग
का
कहना
है
कि
गिरफ्तार
हुए
9
लोगों
का
एसोशिएशन
की
तरफ
से
केस
नहीं
लड़ा
जाएगा।
जिन
9
लोगों
को
गिरफ्तार
किया
गया
है,
उनमें
से
ओरेवा
के
प्रबंधक,
पुल
की
मरम्मत
कराने
वाले
ठेकेदार
और
तीन
सुरक्षा
गार्ड
सहित
अन्य
को
गिरफ्तार
किया
गया
है।
पुल
को
समय
से
5
महीने
पहले
खोला
गया
था
जनता
के
लिए
दस्तावेजों
से
पता
चलता
है
कि
पुल
को
समय
से
पांच
महीने
पहले
जनता
के
लिए
खोल
दिया
गया
था।
पुल
का
नवीनीकरण
करने
वाली
कंपनी
ओरेवा
ग्रुप
ने
पुल
खोलने
से
पहले
अधिकारियों
से
फिटनेस
प्रमाण
पत्र
नहीं
भी
नहीं
लिया
था।
इस
बात
की
पुष्टि
मोरबी
नगरपालिका
एजेंसी
के
प्रमुख
संदीपसिंह
जाला
की
तरफ
से
रविवार
को
किया
गया
था।
जानकारी
के
मुताबिक
कंपनी
की
तरफ
से
अनुंबध
में
पुल
को
8
से
12
महीने
नहीं
खोलने
की
बात
कही
थी।
लेकिन
उसे
इससे
पहले
ही
खोल
दिया
गया।
हादसे
के
बाद
से
ही
सरकार
पर
हमलावर
हैं
विपक्षी
पार्टीयां
हादसे
के
बाद
से
ही
विपक्षी
पार्टियां
राज्य
सरकार
पर
हमलाव
हैं।
विपक्षी
पार्टियों
की
तरफ
से
सरकार
पर
बड़ी
मछलियों
को
बख्शने
और
ओरेवा
के
सुरक्षा
गार्डों,
टिकट
विक्रेताओं
और
निचले
स्तर
के
कर्मचारियों
को
बलि
का
बकरा
बनाने
का
आरोप
लगाया
गया
है।
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