गुजरात: बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सरकार ने करुणा अभियान के लिए जारी की SOP, बरतनी होंगी ये सावधानियां
गांधीनगर। Bird Flu in Gujarat गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में दस्तक दे चुके बर्ड फ्लू संक्रमण को लेकर सोमवार को वन और पशुपालन विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इस मीटिंग में आगामी करुणा अभियान के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को अपनाने की घोषणा की। आपको बता दें कि हाल ही में राज्य के जूनागढ़, वडोदरा, सूरत और वलसाड में बर्ड फ्लू संक्रमण के मामले देखने को मिले हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस साल करुणा अभियान-2021 के अंतर्गत पक्षियों को बचाने और उनके उपचार करने संबंधी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
क्या है करुणा अभियान?
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आपको बता दें कि हर साल पतंगबाजी में घायल होने वाले पक्षियों को बचाने और उनका इलाज कराने के लिए राज्य सरकार एक अभियान चलाती है। राज्य सरकार ने इस अभियान का नाम ही करुणा अभियान रखा है। एक आधिकारिक बयान में बर्ड फ्लू संक्रमण को देखते हुए पक्षियों को बचाने के लिए अपनाई जाने वाली विशिष्ट सावधानियां जारी की गई हैं। ये सावधानियां पक्षियों को बचाने के दौरान किसी व्यक्ति के बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने को लेकर जारी की गई हैं।
क्या सावधानियां हैं सरकार की एसओपी में
- सरकार की एसओपी में कहा गया है कि पक्षियों के उपचार व उन्हें बचाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है।
- साबुन से हाथ धोना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी करने को कहा गया है। साथ ही कोरोना प्रोटोकोल में फॉलो किए जाने वाले हर नियम का पालन करने को कहा गया है।
- करुणा अभियान में हिस्सा लेने वाले सभी अधिकारी व कार्यकर्ताओं को पीपीई किट और हाथ में दस्ताने पहनकर पक्षियों का इलाज करना होगा।
- घायल या मृत पक्षियों को संभालने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं। यदि एक पक्षी का शव पाया जाता है, तो उसे प्लास्टिक की थैली में जिप-लॉक के साथ रखना होगा और पशुपालन विभाग के नजदीकी पशु चिकित्सालय को अलग से सौंपना होगा।