गुजरात में चक्रवात का कहर, हजारों हेक्टेयर की फसलें तबाह, 100 से ज्यादा घरों की छत उड़ गईं
Gujarat News, गांधीनगर। मानसून से पहले गुजरात में चक्रवातीय आंधी की वजह से भारी नुकसान हुआ है। उत्तरी गुजरात के अरवल्ली जिले में तीन तालुके क्षेत्र में बादलों की तेज गरज के साथ बारिश हुई। इसी बीच आंधी ने करीब 2 हजार हेक्टेयर भूमि में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया। 100 से ज्यादा घरों की छतें उड़ गईं और मोडासा-राजेंद्रनगर राजमार्ग पर 40 से ज्यादा पेड़ गिर गए। जिसके चलते राजमार्ग 2 घंटे बंद रहा। वहीं, जिले में 50 से अधिक इलेक्ट्रोल्स भी गिर गए, जिनकी वजह से हजारों लोग रातभर बिन बिजली के सोए।
राज्य में हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने के लिये सरकार ने गांधीनगर से एक टीम प्रभावित क्षेत्रों में भेजी है। बहरहाल सर्वाधिक क्षति तीन तालुका क्षेत्र में हुई है। इसके अलावा जिले के भिलोडा, मोडासा और मेघराज तालुके में भी भारी नुकसान हुआ है। बिन मौसम की बारिश की वजह से कुछ फसलों को नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान छतों को हुआ, हजारों लोगों के सामान आंधी-बारिश की वजह से इधर-उधर उड़ गए।
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सड़क निर्माण विभाग ने जेसीबी की मदद से वाहनों के यातायात के लिये मार्ग खुलवाए। संवाददाता का कहना है कि मेघराज, भिलोडा और मोडासा तालुका में, कुल 20,00 हेक्टेयर क्षेत्र में गर्मियों में बोई गई बाजरा, मक्का और आम की फसल बर्बाद हो गई है।