कभी भारत से गिफ्ट मिली कोविड वैक्सीन, अब टूरिस्ट को भी देगा, जानें मालदीव का 3V टूरिज्म प्लान
माले, अप्रैल 18। साल 2020 पूरा का पूरा कोरोना वायरस महामारी की भेंट चढ़ गया। कोरोना वायरस वैक्सीन आने के बाद लोगों ने सोचा था कि 2021 में शायद कुछ राहत मिलेगी लेकिन अप्रैल तक जो हालात हैं उनमें ऐसा कुछ भी होता दिखाई नहीं दे रहा है। खासतौर पर जब वैक्सीन इतनी मात्रा में बन ही नहीं पा रही है कि हर किसी को दी जा सके। कोरोना वायरस के संक्रमण के डर के चलते अब लोग यात्रा करने से डर रहे हैं। सबसे तगड़ी मार तो टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ी है। लेकिन कई ऐसे देश भी हैं जहां की इकोनॉमी ही पर्यटन पर टिकी हुई है। इन देशों में अगर टूरिस्ट न पहुंचे तो कमाई का साधन ही ठप पड़ जाएगा। ऐसा ही एक देश है भारत के दक्षिण में हिंद महासागर के बीच बसा हुआ मालदीव है। मालदीव की इकोनॉमी का मुख्य साधन टूरिज्म है। ऐसे में मालदीव ने देश के टूरिज्म सेक्टर को बूस्ट करने के लिए एक प्लान निकाला है।
खूबसूरत समंदर किनारों के लिए मशहूर
हिंद महासागर के बीच बसा छोटा से देश अपने खूबसूरत बीचेस के लिए मशहूर है। बड़ी संख्या में भारत से लोग घूमने के लिए मालदीव्स जाते हैं। इनमें आम लोगों से लेकर फिल्मी सितारे तक शामिल हैं। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच एक बार फिर टूरिज्म इंडस्ट्री नीचे की तरफ जा रही है। इस दौरान मालदीव्स ने दुनिया भर के पर्यटकों को रिझाने के लिए एक आकर्षक घोषणा की है। इसके तहत मालदीव अब अपने यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को कोविड वैक्सीन की डोज देगा।
दक्षिण एशिया के समंदर में बसे इस द्वीप समूह के पर्यटन मंत्री अब्दुल्ला मौसूम ने सीएनबीसी के साथ एक इंटरव्यू में 3वी प्लान की घोषणा की है जिसके जरिए मालदीव्स घूमने आने वाले पर्यटकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस 3वी में विजिट, वैक्सीनेट, वैकेशन शामिल है।
पर्यटन पर निर्भर है मालदीव की अर्थव्यवस्था
पर्यटन मंत्री मौसूम ने बताया पर्यटन को खुले रखने का प्रमुख विचार लोगों को कम से कम असुविधा के साथ सुरक्षित पर्यटन प्रदान करना है। तो जब एक बार देश में वैक्सीनेशन हो जाएगा तो हम 3वी टूरिज्म की तरफ बढ़ेंगे।
कई छोटे-छोटे द्वीपों से मिलकर बने इस देश की अर्थव्यवस्था अपने पर्यटन उद्योग पर बहुत अधिक निर्भर है। यहां से आ रही रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में रहने वाले सभी निवासियों और नागरिकों को कोविड टीका लगने के बाद आने वाले पर्यटकों को यह टीका दिया जाएगा।
बातचीत में मालदीव के पर्यटन मंत्री ने आगे बताया कि देश में अब तक 90 प्रतिशत फ्रंटलाइन पर्यटन वर्कर को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, जबकि लगभग आधी आबादी को कम से कम एक खुराक मिली है।
भारत ने गिफ्ट की थी कोविड वैक्सीन
मौसूम ने आगे बताया है कि "मुझे नहीं लगता कि मालदीव में आपूर्ति (कोविड वैक्सीन) में समस्या है क्योंकि हमारी आबादी अपेक्षाकृत कम है। हमें विभिन्न संगठनों और मित्र देशों से मिलने वाला कोटा भी मदद करेगा।"
बता दें कि भारत ने वैक्सीन मैत्री के तहत अपने पड़ोसी मालदीव को 20 जनवरी को ही कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप भेजी थी। यह भारत के द्वारा किसी देश को भेजी जाने वाली भी पहली खेप थी। इसमें भूटान और मालदीव को कोविड वैक्सीन की डोज भेजी गई थी।
अभी मालदीव में कैसे एंट्री?
रिपोर्ट में कहा गया है कि मालदीव में इस साल 3.50 लाख पर्यटक छुट्टियां मनाने पहुंचे हैं। मालदीव में छुट्टी मनाने वालों में भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में होते हैं। आसान एंट्री व्यवस्था के चलते मालदीव भारतीय पर्यटकों की प्रमुख पसंद बना हुआ है।
अगर अभी की बात करें तो मालदीव में उन पर्यटकों को एंट्री दी जा रही है जो यात्रा से तीन दिन पहले का निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट दिखा रहे हैं। उन पर्यटकों को भी एंट्री दी जा रही है जो पूरी तरह से वैक्सीन दी जा चुकी है। वहीं पर्यटकों के लिए वैक्सीन देने की योजना लाने वाला मालदीव पहला देश होगा।
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