FIFA World Cup: जब टॉप टीमों को फुटबॉल विश्वकप में भारी उलटफेर का सामना करना पड़ा
FIFA World Cup: सऊदी अरब और अर्जेंटीना
फीफा फुटबॉल वर्ल्डकप 2022 का कतर में आगाज होने के साथ ही 22 नवंबर को अर्जेंटीना और सऊदी अरब का मैच हुआ। फीफा रैंकिंग के अनुसार अर्जेंटीना की रैंकिंग टॉप 3 में आती है। लेकिन 51वीं रैंकिंग वाले सऊदी अरब ने अर्जेंटीना को हराकर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों में अर्जेंटीना के 36 मैचों में लगातार अपराजेय रहने के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
इस रोमांचक मुकाबले में बड़ा उलटफेर करते हुए सऊदी अरब ने अर्जेंटीना को 2-1 से हराया। हालाँकि, लियोनेल मेसी सहित अर्जेंटीना के अन्य खिलाड़ियों ने पहले हाफ में बहुत प्रभावशाली प्रदर्शन किया था और एक गोल करके बढ़त ली थी। मगर दूसरे हाफ में, सऊदी अरब ने भारी उलटफेर करते हुए शानदार वापसी की। सालेह अलशेहरी और सलेम अल्दावसारी ने सऊदी अरब को 2-1 से जीत दिला दी।
जर्मनी और जापान
फीफा वर्ल्डकप 2022 के अन्य रोमांचक मैच में जापान ने जर्मनी को 2-1 से हराकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। जापान फीफा रैंकिंग के अनुसार 24वें स्थान पर है जबकि जर्मनी 11वें पर। गौरतलब है कि जर्मनी चार बार की विश्वकप विजेता टीम रह चुकी है। वही, जापान अपने विश्वकप इतिहास में कभी प्री-क्वार्टर फाइनल के आगे भी नही पहुंच सका है।
वर्तमान विश्व कप से पहले भी कई बार कमजोर समझी जाने वाली टीमों ने अपने से कहीं मजबूत टीमों को हराकर फुटबॉल के प्रशंसकों को हतप्रभ कर दिया था।
घाना और चेक रिपब्लिक
2006 के फीफा फुटबॉल वर्ल्डकप में अफ्रीकन देश घाना ने पहली बार शिरकत की। उसका मुकाबला 2004 यूरोपीय चैम्पियनशिप फाइनलिस्ट चेक रिपब्लिक की टीम से था। चेक रिपब्लिक ने वर्ल्डकप के शुरूआती मुकाबले में अमेरिका को जबरदस्त तरीके से 3-0 से हरा दिया था। उधर, घाना को अपने पहले मैच में इटली से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, असामोआह और सुले मुंटारी के दो शानदार गोलों ने घाना को चेक रिपब्लिक के खिलाफ 2-0 से शानदार जीत दिलाकर भारी उलटफेर को अंजाम दिया।
सेनेगल और फ्रांस
2002 में वर्ल्डकप के पहले मैच में सेनेगल ने डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस के छक्के छुड़ा दिए थे। फ्रांस उस समय यूरोपीय चैंपियनशिप (UEFA) का विजेता भी था। इस विश्वकप में अनुभवी टीम के तौर पर फ्रांस का सेनेगल जैसे कमजोर टीम से हारना बहुत ही बड़ा झटका था। दरअसल, सेनेगल पहली बार विश्वकप में भाग ले रही थी जबकि फ्रांस को इस आयोजन की सबसे पसंदीदा टीम माना गया था। मगर सेनेगल के बोउबा डियोप के एक गोल ने न सिर्फ फ्रांस को मैच हरवा दिया बल्कि एक बड़े उलटफेर को अंजाम दिया।
कैमरून और अर्जेंटीना
1990 के इटली में आयोजित फुटबॉल विश्वकप में अर्जेंटीना को कैमरून की टीम से एक मुकाबले में कड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा। दरअसल, कैमरून टीम को अर्जेंटीना के सामने बहुत कमतर आँका गया था, मगर डिएगो माराडोना के नेतृत्व में खेल रही अर्जेंटीना को दो खिलाड़ियों को रेड कार्ड मिलने के बाद नौ खिलाड़ियों के साथ खेल रही कैमरून ने 1-0 से मात दे दी।
अल्जीरिया और पश्चिम जर्मनी
1982 में विश्वकप का आयोजन स्पेन में हुआ। ग्रुप मैच के दौरान, पश्चिम जर्मनी को पहली बार अल्जीरियाई टीम से मुकाबला करना था। मगर पश्चिम जर्मनी को मैच के दौरान अल्जीरिया के खिलाफ गोल करने का एक ही मौका मिला। यहां तक कि अल्जीरियाई खिलाडियों की फुर्ती और तकनीक से पश्चिमी जर्मनी के खिलाड़ी हैरान रह गए। अंत में अल्जीरिया ने पश्चिमी जर्मनी को 2-1 के स्कोर से हरा दिया।
उत्तर कोरिया और इटली
1966 के इंग्लैंड विश्वकप में उत्तर कोरिया ने भी हिस्सा लिया था। वह एक कमजोर टीम थी और उसके सभी मुकाबलें हारने की उम्मीद की जा रही थी। मगर जब उसका सामना दो बार की विश्वकप विजेता इटली की टीम से हुआ तो एक बड़ा उलटफेर हो गया और चमत्कारिक ढंग से, उत्तर कोरिया ने इटली को 1-0 से हरा दिया।
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