Google Map के जरिए Durg Police करेगी ट्रैफिक की मॉनिटरिंग, छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा प्रयोग
Chhattisgarh
की
Durg
Police
ट्रैफिक
जाम
की
समस्या
से
निपटने
के
लिए
अब
Google
की
मदद
ले
रही
है।
आमतौर
पर
इसका
इस्तेमाल
महानगरों
में
किया
जाता
है।
लेकिन
छत्तीसगढ़
में
यह
प्रयोग
पहली
बार
किया
जा
रहा
है।
यातायात
पुलिस
ने
नेशनल
व
स्टेट
हाइवे
पर
ट्रैफिक
मूवमेंट
का
पता
लगाने
के
लिए
गूगल
मैप
का
उपयोग
शुरू
किया
है।
जिसके
जरिए
यात्री
लम्बे
जाम
में
फंसने
से
बच
सकेंगे।
ITMS के के जरिए नेशनल हाइवे पर होगी मॉनिटरिंग
गूगल मैप के जरिये शहर के मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक मूवमेंट की मॉनिटरिंग के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का उपयोग किया जा रहा है। ITMS के जरिए 24 घंटे दुर्ग जिले के कुम्हारी से लेकर अंजोरा तक नेशनल हाईवे पर निगरानी की जाएगी। नेशनल हाइवे होने के नाते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर एसपी अभिषेक पल्लव ने भी यातायात प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
जाम लगने की स्थिति में रेड इंडिकेशन देगा गूगल
दरअसल ट्रैफिक कंट्रोल के लिए इसे तीन कैटेगरी में बांटा गया है। इसे अधिक जाम की स्थिति होने पर गूगल मैप लाल रंग की मार्किंग से इसका इंडिकेशन देगा। सामान्य ट्रैफिक होने पर यह नीले रंग और स्लो ट्रैफिक यानी चलित जाम होने की स्थिति में ऑरेंज रंग की मार्किंग से इंडिकेट करेगा। इस तरह जाम की स्थिति पर ट्रैफिक पुलिस तुरन्त एक्टिव होकर स्पॉट पर एक्शन लेगी।ITMS की टीम 24 घंटे कंट्रोल रूम में लगे मॉनिटर के जरिए, इस पर नजर रखेगी।
महानगरों की तर्ज पर होगी मॉनिटरिंग
गूगल मैप और ITMS की जानकारी देते हुए डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर ने बताया कि गूगल मैप के जरिए रियल टाइम ट्रैफिक की मॉनिटरिंग जा सकेगी। यह प्रयोग महानगरों की तर्ज पर की जा रही है। इस तरह का सिस्टम, चेन्नई हैदराबाद, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे महानगरों में इस्तेमाल किया जाता है। दुर्ग जिले की ऐसी सड़कें जहां यातायात रुक रुक कर चल रहा है, या जाम लग गया है ऐसी स्थिति कि सूचना मिलने से ट्रैफिक पुलिस तुरन्त एक्शन लेगी और यात्रियों को ट्रैफिक से निजात मिल सकेगा।
वाट्सअप पर भी 24 घण्टे होगी मॉनिटरिंग
दुर्ग यातायात पुलिस ने आम जनता की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 9479191029 भी जारी किया है। जिस पर वाट्सअप की सुविधा उपलब्ध है। जाम लगने नो पार्किंग या एक्सीडेंट की स्थिति में इसमें सूचना फोन के माध्यम से दे सकते हैं। इस पर फोटो वीडियो या टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से सूचना शेयर करने की सुविधा उपलब्ध है। मानिटरिंग 24 घंटे कर दी गई है। इस तरह की सूचना मिलने पर भी तुरन्त रिस्पांस किया जा सकेगा। जाम लगने की स्थिति में पुलिस के डायवर्सन प्लान को आम लोगों तक शीघ्र पहुंचाने के लिए भी सिस्टम डिवेलप किया जा रहा है। इसके तहत ऐसे स्पॉट शेयर होंगे जहां आमतौर पर जाम लगने की संभावना बनी होती है।