CG: DURG के कुम्हारी में पति पत्नी समेत दो बच्चों की हत्या, मौके पर पहुंची फोरेंसिक, डॉग स्क्वायड की टीम
दुर्ग, 29 सितम्बर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के कुम्हारी के में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई है। कुम्हारी के ग्राम अकोला गांव में पति पत्नी और दो बच्चों की हत्या के इस घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच के लिए घटना स्थल पर मौजूद है। खुद एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव घटना स्थल पर हैं। ग्रामीणों के अनुसार सिर पर कुल्हाड़ी मारकर एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या की गई है।
फॉरेंसिक, डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर मौजूद
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची कुम्हारी पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक मुरमुंदा के पास ग्राम अकोला में बाड़ी में काम करने वाले पति भोलानाथ यादव 28 वर्ष, पत्नी नैना यादव 25 वर्ष, दो बच्चों में मुक्ता और प्रमोद यादव की बड़ी बेरहमी से कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी गई है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम, डॉग स्क्वायड, एसपी अभिषेक पल्लव समेत पुलिस के सभी अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि मृतक परिवार उड़ीसा के रहने वाला था।
12 साल से पुनाराम बाड़ी में रह रहा था उड़िया परिवार,
प्रारंभिक जानकारी में एसपी दुर्ग डाॅ अभिषेक पल्लव ने बताया कि ग्राम कपसदा के पुनाराम टंडन की बाड़ी में पिछले 12 वर्ष से ग्राम देरगा सिंधी कला जिला बालंगीर उड़ीसा निवासी भोलानाथ यादव निवासी जो वर्तमान में अपनी पत्नी नैना पुत्र प्रमोद यादव व पुत्री मुक्ता यादव के साथ बाड़ी में अपने परिवार के साथ रहकर मजदुरी करता था। बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई है। जिसमे एक व्यक्ति का शव खेत मे व दुसरा पत्नी व बच्चो का शव खेत में बने मकान के अंदर मिला है। फिलहाल हत्या कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन इससे जुड़े कुछ सबूत पुलिस को मिले हैं। घटना स्थल पर पुलिस जांच में जुटी है।
कुम्हारी के आसपास बाड़ियों में उड़िया परिवारों की अधिकता
दरअसल कुम्हारी और अहिवारा क्षेत्र में अधिकतर किसान अपने खेतों में सब्जी उत्पादन करते हैं। जिसके लिए उन्हें स्थाई मजदूरों की आवश्यकता होती है। इन मजदूरों के तौर पर उड़ीसा के लोगों को सपरिवार इन बाड़ीयों में रखा जाता है, और वर्ष भर मजदुरी देकर इनसे काम लिया जाता है। क्योंकि उड़ीसा के लोग कृषि कार्य कर लिए मेहनती माने जाते हैं। भोलानाथ यादव भी इसी तरह खेत में मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था।
खुड़मुड़ा और बठेना हत्याकांड के बाद यह तीसरा बड़ा मामला
दरअसल 21 दिसम्बर 2020 को एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या दुर्ग जिले के ग्राम खुदमुड़ा के सोनकर बाड़ी में कर दी गई थी। जिसकी छानबीन के लिए पुलिस को 4 महीनों तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। जिसके बाद मामले का खुलासा किया गया। वहीं पाटन क्षेत्र के ग्राम बठेना में एक ही परिवार के चार लोगों लाश संदिग्ध हालत में मिलने से सनसनी फैल गई थी। जिसके बाद मामला आत्महत्या का निकला।