राकेश टिकैत ने कहा- किसान आंदोलन की जीत होगी, यह वैचारिक क्रांति है, ऐसी क्रांति कभी खत्म न होती
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के आंदोलन पर राकेश टिकैत का कहना है कि, जीत किसानों की ही होगी। उन्होंने कहा कि, देश का किसान अपनी लड़ाई जीतेगा, सरकार को यह बात माननी पड़ेगी। टिकैत बोले कि, "जब-जब देश पर मुसीबत आई, दिल्ली की सत्ता जब-जब बेलगाम हुई, जनता ने उसका मुकाबला किया। देश की जनता अब भी मुकाबला करेगी। हमारी यह वैचारिक क्रांति है, और ऐसी क्रांति कभी मरती नहीं है।"
गौरतलब है कि, पिछले महीनों से किसान संगठनों का आंदोलन चल रहा है। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत समेत कई पदाधिकारी आए रोज सरकार को चेतावनी दे रहे हैं। साथ ही सरकार से वार्ता का अनुरोध भी करते हैं, हालांकि वार्ता अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। बीते मंगलवार के दिन तो टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उनकी तुलना उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन से कर दी। उनके मुताबिक ये आंदोलन फसल और नस्ल बचाने का है, ऐसे में वो लड़ाई जारी रखेंगे।
राकेश टिकैत ने इससे पहले कोरोना फैलने से जुड़े सवाल पर कहा कि, अगर बीमारी बड़ी है तो सरकार सोचे कि किसान यहां (महीनों से धरना-प्रदर्शन पर बैठे) क्यों हैं? किसान यहां शांति से बैठे हैं, और ये जाएंगे नहीं। ये हटेंगे, पहले सरकार काले कानून वापस ले।
राकेश टिकैत बोले- बीमारी बड़ी है तो सरकार कानून भी वापस ले ले, किसान लौट जाएंगे
राकेश टिकैत ने कहा, "हम शुरू से कह रहे हैं.. सरकार बात करे। हमारी बात सुने। बातचीत से हल निकालें। जो किसान दिल्ली की सीमाओं पर आ रहे हैं, वो शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हैं। वे चाहते हैं कि सरकार बात सुने। सरकार को अपने कानून वापस लेने चाहिए।" इससे पहले राकेश टिकैत ने सरकार को चेताते हुए कहा था कि, किसान आंदोलन शाहीन बाग वाला धरना नहीं है, जिसे सरकार जब चाहे उखाड़ फेंके। उन्होंने कहा कि किसानों के जत्थे नए कृषि कानून वापस होने के बाद ही हटेंगे।