सर गंगा राम अस्पताल में 2 मरीजों की छोटी आंत में मिला ब्लैक फंगस, डॉक्टरों ने बताया दुर्लभ मामला
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में दो मरीजों की छोटी आंत में ब्लैक फंगस पाया गया है। डॉक्टरों ने कहा कि ब्लैक फंगस का छोटी आंत पर असर पड़ा है जो अपने आप में एक दुर्लभ मामला है।
नई दिल्ली, 22 मई। अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ कि एक नहीं बीमारी ने अपने पैर जमाने शुरू कर दिये हैं। इस बीमारी का नाम है ब्लैक फंगस। भारत में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश के आठ राज्य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं। वहीं, दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में दो मरीजों की छोटी आंत में ब्लैक फंगस पाया गया है। डॉक्टरों ने कहा कि ब्लैक फंगस का छोटी आंत पर असर पड़ा है जो अपने आप में एक दुर्लभ मामला है।
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अस्पताल में 56 वर्षीय मरीज श्री कुमार और एक अन्य 68 वर्षीय मरीज में बायोप्सी के दौरान उनकी छोटी आंत में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि ये दोनों मरीज कोरोना और मधुमेह से संक्रमित थे, लेकिन उनमें से केवल एक ने स्टेरॉयड लिया था।
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डॉक्टरों
ने
बताया
दुर्लभ
मामला
इन
दोनों
मामलों
को
लेकर
डॉक्टरों
का
कहना
है
कि
बड़ी
आंत
में
ब्लैक
फंगस
पाया
जा
सकता
है
लेकिन
छोटी
आंत
में
ब्लैक
फंगस
पाया
जाना
अपने
आप
में
दुर्लभ
है।
दिमाग
में
भी
पहुंचा
ब्लैक
फंगस
इससे
पहले
सूरत
में
भी
ब्लैक
फंगस
का
अपनी
तरह
का
नया
मामला
सामने
आया
था,
जिसमें
ब्लैक
फंसस
ने
मरीज
के
दिमाग
पर
धावा
बोला।
23
वर्षीय
मरीज
के
दिमाग
में
ब्लैक
फंगस
मिलने
के
बाद
उसकी
सर्जरी
की
गई
लेकिन
उसे
बचाया
नहीं
जा
सका।
गौरतलब है कि देश के अलग अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के अब तक 7,252 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 219 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्र सरकार ने कई कंपनियों को ब्लैक फंगस की दवा बनाने के लाइसेंस जारी किए हैं।