छत्तीसगढ़: स्कूलों में लगेगी स्मार्ट क्लास, 45 हजार से अधिक शिक्षकों को हर साल ट्रेनिंग
रायपुर, 20 अगस्त। छत्तीसगढ़ के स्कूली छात्र अब स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे। इसके लिए स्कूलों में संपर्क टीवी डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा। यह कार्यक्रम एक ओर जहां बच्चों को गणित और अंग्रेजी से कठिन विषयों को सरलता से समझने में मदद करेगी, वहीं इससे प्राथमिक स्तर के बच्चों की शिक्षा रूचिकर बनेगी। प्रायमरी स्कूलों में इस नवाचार में तकनीकी सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और संपर्क फाउंडेशन के बीच तीन वर्ष के लिए एमओयू हुआ है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में गणित के लिए और अंग्रेजी के लिए 19 जिलों के 30 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 5वीं तक के प्राथमिक स्कूल के बच्चों के सीखने के परिणामों को बढ़ाना है। इस सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य संपर्क स्मार्ट शालाओं (एसएसएस) को पढ़ाने के लिए अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करके बच्चों के लिए सीखने को रोचक, सार्थक और प्रभावी बनाना है। साथ ही एससीईआरटी के तत्वावधान में संपर्क द्वारा विकसित नई प्रथाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू करना है। राज्य में प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर ही संपर्क स्मार्ट क्लास का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
इस नवाचार के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि एससीईआरटी और संपर्क के मध्य हुई साझेदारी छत्तीसगढ़ के प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लिए सीखने में मददगार बनेगा। साथ ही इसके दूसरे बेहतर परिणाम भी मिलेंगे। यह कवायद छत्तीसगढ़ को शिक्षा के मामले में देश के अग्रणी प्रदेशों में शामिल करने में सार्थक होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि यह अभिनव कार्यक्रम प्रदेशों के छात्रों के लिए सीखने को और अधिक मनोरंजक बना देगा और उनके भविष्य के लिए एक अच्छी नींव प्रदान करेगा। स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि संपर्क टीवी का इस्तेमाल स्कूलों में सीखने के लिए एक नया आयाम जोड़ देगा। वहीं एससीईआरटी के संचालक राजेश सिंह राणा ने कहा कि अगले तीन वर्षों के लिए गणित और अंग्रेजी कार्यक्रम के लिए संपर्क रोल आउट में छत्तीसगढ़ का भागीदार होगा।
वर्तमान में संपर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम 7 राज्यों- छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 84 हजार प्राथमिक स्कूलों में संचालित हो रहा है। इस कार्यक्रम का फायदा एक करोड़ से अधिक बच्चों को मिल रहा है। एक सर्वे के अनुसार जिन स्कूलों में संपर्क स्मार्ट क्लास लागू की गई है, वहां गणित और अंग्रेजी में ग्रेड स्तर के प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों की तादाद में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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