SBI ने एक महीने में दूसरी बार दिया झटका, फिर बढ़ाई ब्याज दरें, लोन लेना हुआ और महंगा
नई दिल्ली। देश की आम जनता महंगाई की मार झेल रही है। वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने के बाद अब बैंकों ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर दिया है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिय़ा( SBI ) ने तो एक ही महीने में दूसरी बार झटका दिया है। बैंक ने एक बार फिर एमसीएलआर ( MCLR) रेट में बदलाव किया है। बैंक ने एक ही महीने में दूसरी बार एमसीएलआर दरों में बदलाव किया है। एसबीआई ने इस बार इसमें 10 बेसिस प्वाइंट यानी 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है।
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SBI ने दिया झटका
एसबीआई ने हर टेन्योर के लिए एमसीएलआर दर में 0.10 पॉइंट यानी 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। बैंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब 1 महीने से तीन महीने की ब्याज दर को 6.75 फीसदी से बढ़ाकर 6.85 फीसदी कर दी है। वहीं 6 महीने की ब्याज दर को 7.15 फीसदी कर दिया तो वहीं 12 महीने से MCLR दर को 7.20 फीसदी, 2 साल की ब्याज दर अब 7.40 फीसदी हो गई है तो वहीं 3 साल की ब्याज दरों को बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दिया गया है।
कर्ज होगा महंगा
बैंक के इस फैसले के बाद अब लोन लेना, ईएमआई सब महंगा हो जाएगा। बैंक द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने के बाद बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। जहां बैंक ने कर्ज की ब्याज दरों को महंगा कर दिया तो वहीं एफडी की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की है। एसबीआई द्वारा रेपो रेट में बदलाव किए जाने के बाद एफडी की ब्याज दरों को भी बढ़ाया है। आपको बता दें कि MCLR यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिग रेट किसी भी बैंक का इंटरनल बेंचमार्क या रेफरेंस रेट होता है, जिसके आधार पर ही बैंक कर्ज की न्यूनतम ब्याज दर तय करती है।
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