Reliance Jio vs Bharti Airtel: जियो और एयरटेल हुए आमने-सामने, ट्राई तक पहुंचा मामला
नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने भारती एयरटेल पर तथ्यों को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि जिस तरह से एयरटेल ने कॉल कनेक्शन शुल्कों से नुकसान होने का दावा किया है वह पूरी तरह से गलत है। जियो ने आरोप लगाया है कि भारतीय एयरटेल ऐसा इसलिए कर रही है ताकि इंटरकनेक्शन शुल्क की प्रक्रिया की समीक्षा को प्रभावित किया जा सके।
आपको बता दें कि भारती एयरटेल ने पिछले सप्ताह ही दावा किया था कि आईयूसी चार्ज काफी कम होने की वजह से पिछले 5 सालों में 6800 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं दूसरी ओर, जियो ने कहा है कि मौजूदा आईयूसी दरों की वह से नुकसान होने का एयरटेल का बयान गलत और भ्रम पैदा करने वाला है। बताते चलें कि रिलायंस जियो ने इसे लेकर ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा को एक पत्र भी लिखा है।
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रिलायंस जियो ने कहा है कि एयरटेल की तरफ से गलत और झूठे दावे करने के लिए उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए। आपको बता दें कि आईयूसी दर का निर्धारण ट्राई द्वारा किया जाता है। यह वह दर होती है, जिसे दूरसंचार कंपनियां अन्य किसी कंपनी से उनके नेटवर्क पर आनी वाली कॉल पर वसूलती हैं।
मौजूदा समय में आईयूसी चार्ज 14 पैसे है। जहां एक ओर अन्य दूरसंचार कंपनियां आईयूसी चार्ज को बढ़ाना चाहती हैं, वहीं दूसरी ओर रिलायंस जियो का तर्क है कि इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए। रिलायंस जियो ने ट्राई से कहा था कि मौजूदा आीयूसी के हिसाब से दूरसंचार कंपनियों को एक लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ है। इसके जवाब में एयरटेल ने 6800 करोड़ के नुकसान की बात करते हुए आरोप लगाया है कि रिलायंस जियो ट्राई और जनता को भ्रमित कर रहा है।