
LIC IPO को लेकर अहम अपडेट, 5% के बजाए 3.5 फीसदी शेयर बेचेगी सरकार
नई दिल्ली, 23 अप्रैल: सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का आकार घटा दिया है। पहले एलआईसी 5 फीसदी शेयर का आईपीओ जारी करने वाली थी। लेकिन अब कंपनी सिर्फ 3.5 फीसदी शेयरों का आईपीओ जारी करने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले महीने आने वाले आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में सरकार अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार 3.5% हिस्सेदारी बेचकर 21,000 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है। हालांकि ये रेगुलेटरी अप्रूवल के तहत होगा। एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मई के पहले सप्ताह में खुलने वाले आईपीओ के दौरान सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री से करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। अपने इश्यू के लिए एलआईसी की तरफ से बुधवार तक मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (सेबी) के पास अंतिम मंजूरी की अर्जी दाखिल की जा सकती है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, एलआईसी का आईपीओ मई के पहले सप्ताह में बाजार में आने की संभावना है। इससे पहले एलआईसी ने फरवरी में सेबी के पास इश्यू का मसौदा दस्तावेज दाखिल किया था। उस समय एलआईसी ने कहा था कि सरकार इंश्योरेंस कंपनी में 5 फीसदी हिस्सेदारी यानी 31.6 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण शेयर बाजारों में पैदा हुई अनिश्चितता के कारण एलआईसी के आईपीओ को कुछ समय के लिए टाल दिया था।
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लेकिन बदले हुए हालात को देखते हुए ही सरकार को आईपीओ का आकार 3.5 फीसदी कर दिया है। अधिकारी ने कहा कि एलआईसी के पॉलिसीधारकों और कर्मचारियों के लिए इश्यू में आरक्षण, डिस्काउंट, जारी करने की तारीख और इश्यू मूल्य के बारे में बुधवार तक पता चल जाएगा। 66 साल पुरानी एलआईसी का अभी तक बीमा क्षेत्र में वर्चस्व रहा है। उसके पास 28 करोड़ से ज्यादा पॉलिसी हैं। वह दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक है।