Gold Sale: नवरात्रि और दशहरे के दौरान सोने की खरीददारी में आई 50 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली। भारत में सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। भले ही मौका त्योहारों का हो या फिर शादी-ब्याह का माहौल हो, लोग सोने की खरीददारी जरूर करते हैं। लेकिन इस बार नवरात्रि और दशहरे के मौके पर सोने की खरीदादारी में तगड़ी गिरावट देखी गई है। इस त्योहारी मौसम में सोने की खरीददारी में करीब 50 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। आमतौर पर इस सीजन में सोने की खरीददारी में बढ़ोत्तरी देखी जाती थी, लेकिन इस बार के आंकड़े हैरान करने वाले हैं। अब इस बात को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है कि आखिर त्योहारी मौसम में इतनी बड़ी गिरावट आने का क्या कारण है। दरअसल, इसके लिए सोने की खरीददारी को लेकर बनाया गया एक बड़ा नियम जिम्मेदार है। आइए जानते हैं सोने की खरीददारी में क्यों आई है इतनी बड़ी गिरावट।
इस नियम की वजह से आई गिरावट
मोदी सरकार ने सोना खरीदने को लेकर एक अहम नियम बनाया है। इसके तहत अगर कोई शख्स 50 हजार से अधिक का सोना खरीदता है तो उसके लिए केवाईसी को अनिवार्य कर दिया गया है। इस त्योहारी मौसम में लोगों ने सोने की कम खरीददारी की है, इसका सबसे बड़ा कारण यही है। ज्वैलर्स ने कहा है कि आमतौर पर इस दौरान सोना खूब खरीदा जाता है, लेकिन इस बार बाजार ठंडा पड़ा है।
इन चीजों की बिक्री 15 फीसदी बढ़ी
जहां एक ओर सोने की खरीददारी 50 फीसदी घटी है, वहीं दूसरी ओर नवरात्रि और दशहरे के त्योहारी सीजन में कार, टीवी और फ्रिज जैसे इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंस की खरीददारी 15 फीसदी बढ़ी है। अब माना जा रहा है कि दिवाली में भी ऐसे अप्लायंस की खरीददारी बढ़ेगी। माना जा रहा है कि इस त्योहारी सीजन में सोने की खरीददारी खराब ही रहेगी।
ये हो गया है सोने का हाल
ट्रेडर्स और ज्वैलर्स ने बताया कि केवाईसी के चलते सोने की तस्करी भी शुरू हो गई है। सरकार की तरफ से सोने पर 10 फीसदी का आयात शुल्क लगाया जाता है और उसके बाद 3 फीसदी जीएसटी भी लगता है। इन सबके चलते इसकी तस्करी भी खूब हो रही है और ब्लैक मार्केट में सोना 8-10 डॉलर प्रति औंस तक के डिस्काउंट पर मिल रहा है।
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