नहीं बदलेगा वित्त वर्ष, 15 दिन पहले आ सकता है बजट
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से ऐसी खबरें सुनने को मिल रही थीं कि सरकार वित्त वर्ष को अप्रैल-मार्च से बदलकर जनवरी-दिसंबर कर सकती है, लेकिन अब एक बड़े सरकारी अधिकारी ने यह कहा है कि वित्त वर्ष 2018-19 के लिए यह बदलाव किसी हालत में भी संभव नहीं है। हालांकि, बजट पेश करने की तारीख 15 दिन पहले जरूर खिसक सकती है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किया जाता है तो फिर बजट को अक्टूबर के अंत तक या फिर नवंबर की शुरुआत में ही पेश करना पड़ेगा, जो किसी भी हालत में संभव नहीं है।
आपको बता दें कि 21 जुलाई को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह कहा था कि सरकार वित्त वर्ष को बदलने के बारे में विचार कर रही है। मौजूदा समय में देश का वित्त वर्ष अप्रैल से लेकर मार्च तक चलता है, लेकिन सरकार इसे बदलकर जनवरी से दिसंबर तक करना चाहती थी। अगर सरकार ऐसा करती है तो 150 साल पुरानी व्यवस्था बदल जाएगी। पिछले 150 सालों से यानी अंग्रेजों के जमाने से ही अप्रैल-मार्च वित्त वर्ष चलता आ रहा है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार वित्त वर्ष में 2019 में बदलाव करेगी। 2019 में ही लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे सरकार इस कदम से भी भुनाने की कोशिश करेगी। वित्त वर्ष बदलने को लेकर एक समिति भी बनाई गई थी, लेकिन समिति को यह प्रस्ताव आकर्षक नहीं लगा। वहीं दूसरी ओर, नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि वित्त वर्ष में बदलाव किया जाना चाहिए, क्योंकि मौजूद वित्त वर्ष में वर्किंग सीजन का पूरा फायदा उठाना संभव नहीं हो पाता है।