जेट एयरवेज में लगा ताला: आज रात से सभी उड़ानें रद्द, बैंकों से नहीं मिली 400 करोड़ की मदद
जेट एयरवेज में लगा ताला,आज रात से सभी उड़ानें रद्द, बैंकों से नहीं मिली 400 करोड़ की मदद
नई दिल्ली। लंबे वक्त से आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज संकट ने नहीं उबर पाई। आखिरकार कंपनी में ताला लग गया। बैंकों ने जेट एयरवेज को 400 करोड़ रुपए की इमरजेंसी फंड देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद कंपनी ने सभी उड़ानें बंद करने का ऐलान कर दिया।
एएनआई के मुताबिक जेट एयरवेज बुधवार रात से अस्थायी रूप से अपनी सभी घरेलु और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया है। बैंकों से 400 करोड़ रुपए की आपातकालिन कर्ज नहीं मिलने के बाद एयरलाइन पर बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। आपको बता दें कि अगर जेट एयरवेज को बंद करना पड़ता है तो 20,000 लोग बेरोगजार हो जाएंगे।
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जेट एयरवेज पर लगा ताला
4,244 करोड़ रुपए का नुकसान उठा चुकी कंपनी ने जनवरी से न तो पायलटों और कर्मचारियों को सैलरी दे पाई है और न ही तेल कंपनियों का बकाया चुका पाई है। इतना ही नहीं कंपनी विमानों का किराया चुकाने में विफल रही है। कभी देश की दूसरी सबसे बड़ी विमान कंपनी आज एक भी विमानों का परिचालन करने में असमर्थ है।
नहीं मिली मदद
जेट एयरवेज ने बैंकों से मदद की गुहार लगाई थी। एसबीआई की अगुवाई वाले कर्जदाताओं के समूह ने एयरवेज को 400 करोड़ की इमरजेंसी फंड देने से इंकार कर दिया। कंपनी ने बैंकों से संचालन जारी रखने के लिए सहायता राशि की गुहार लगाई,लेकिन कर्जदाताओं ने इस पर कोई रुचि नहीं दिखाई और फंड देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद जेट एयरवेज के पास कोई विकल्प नहीं बचा
नरेश गोयल को बोली से बाहर किया
लगातार आर्थिक संकट में फंसती जा रही जेट एयरवेज को लीज पर विमान देने वाली कंपनियों ने डीजीसीए से 4 दर्जन और बोइंग 737 विमानों का पंजीकरण रद्द करने को कहा है। इन कंपनियों ने DGCA से 48 विमानों को डी-रजिस्टर करने की अपील की। लीजकर्ताओें को जब आपात फंड की उम्मीद खत्म होती दिखी तो उन्होंने डीजीसीए से गुहार लगाई और पंजीकरण रद्द करने की अपील की, ताकि वो उन विमानों को कहीं और लीज पर डाल सके। वहीं दूसरी ओर जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने खुद को बोली से बाहर कर लिया है,। ऐसा इसलिए क्योंकि एतिहाद और टीपीजी पार्टनर्स ने उनके रहते अपने आपको बोली से बाहर करने की धमकी दी।