बदायूं: पंचायत चुनाव ड्यूटी से लौटे शिक्षक की हुई कोविड से मौत, बेटियां शव लेकर पहुंचीं डीएम आवास
बदायूं, मई 19: खबर उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से है। यहां पंचायत चुनाव में कादरचौक ब्लॉक क्षेत्र में पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी कर चुके अध्यापक देशपाल सिंह का निधन हो गया। परिजनों की मानें तो वो कोरोना से संक्रमित थे और बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। मौत से गुस्साए घरवाले शव लेकर बरेली से सीधे बदायूं में डीएम आवास के सामने पहुंच गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार सदर ने उन्हें समझा-बुझाकर जांच कराने का भरोसा दिलाया, तब कहीं जाकर परिजन शव लेकर घर की तरफ लौटे।
बदायूं जिले के पालपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय है, जिसमें देशपाल सिंह (50) अध्यापक है। देशपाल सिंह उझानी कस्बे के कृष्णा कॉलोनी में रहते थे। देशपाल की पांच संतान में दो बेटे और तीन बेटियां हैं। किसी की शादी नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशपाल सिंह की ड्यूटी पंचायत चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी कादरचौक ब्लॉक क्षेत्र में लगी थी। बेटी अनुराधा पाल के मुताबिक, ड्यूटी से घर लौटने के बाद ही उन्हें बुखार आ गया था। इसके बाद एंटीजन टेस्ट कराया गया तो 1 मई को वह कोरोना पॉजीटिव निकले।
इलाज के दौरान हालात में सुधार नहीं हो पाया। शुरू में मेडिकल कॉलेज में भी इलाज कराया गया था। हालत बिगड़ जाने पर उन्हें दो दिन पहले ही बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान भी सिटी स्कैन से उनके फेफड़ों में संक्रमण बताया गया। इसके चलते मंगलवार तड़के करीब तीन बजे देशपाल की मौत हो गई। परिजन एंबुलेंस से शव लेकर घर पहुंचने की बजाय बदायूं में डीएम आवास पर पहुंच गए।
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उन्होंने सड़क किनारे ही एंबुलेंस खड़ी करवा ली। दो बेटियां डीएम को बुलाकर उन्हें हकीकत से अवगत कराने की जिद पर अड़ गईं। इसकी सूचना मिलते ही पहले सिविल लाइंस थाना पुलिस पहुंची फिर बाद में तहसीलदार सदर मौके पर पहुंच गए। करीब एक घंटे तक घरवाले डीएम आवास के सामने ही डटे रहे। सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ने बेटे और बेटियों से बात कर जांच कराने और कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले आए।