4 पैरों वाला सांप! वैज्ञानिकों ने खोजा डायनासोर के युग में रहने वाला 'शैतान'
नई दिल्ली, 01 दिसंबर। पृथ्वी के इतिहास में कई ऐसे खतरनाक जीवों का अस्तित्व था, जो अगर वर्तमान में होते तो कभी इंसानी सभ्यता का राज यहां नहीं होता। डायनासोर के बारे में तो हम सभी ने पढ़ा और सुना ही है, इन विशालकाय जीवों ने कई सालों तक पृथ्वी पर राज किया। हालांकि करोड़ों साल पहले धरती पर सिर्फ डायनासोर का ही राज नहीं था बल्कि एक और जीव था, जिसका खुलासा अब हुआ है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने उस खतरनाक जीव का पता लगाया है, जिसे सांपों का रिश्तेदार कहा जा सकता है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डायनासोर के युग में था इनका राज
हमारी पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ और प्रचीन युग में क्या-क्या रहा होगा? ऐसे कई सवाल है जिसका जवाब वैज्ञानिक तलाश रेहे हैं। इसी क्रम में अब वैज्ञानिकों ने ऐसे 'शैतान' का पता लगाया है जिसने डायनासोर के नाम में भी दम कर दिया था। यह चार पैरों वाला सांप हुआ करता था जिसकी लंबाई काफी छोटी हुआ करती थी। इस प्राचीन जीव के जीवाश्म पर स्टडी से कई खुलासे हुए हैं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
लंबाई जान हो जाएंगे हैरान
अपनी स्टडी में वैज्ञानिकों ने बताया कि यह कोई सांप नहीं बल्कि एक अलग ही किस्म का शैतान था। जीवाश्म की संरचना की बात करें तो यह दिखने में किसी पेंसिल की तरह था, और इसकी लंबाई 7.7 इंच होने की उम्मीद है। अगर सांप के चार पैर लगा दिए जाएं तो वह कुछ वैसा ही शैतान बन जाएगा। हालांकि स्टडी करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि वह जीव सांप नहीं था बल्कि उसका नाम डोलिचोसॉर था।
क्या है डोलिचोसॉर?
दरअसल, जब डोलिचोसॉर का जीवाश्म मिला तो पहली नजर में वैज्ञानिकों ने उसे सांप का पूर्वज मान लिया था, हालांकि वह सांपों की नहीं बल्कि छिपकली की रिश्तेदार है। यह छिपकली समुद्र में रहती थी जो अब समय के साथ विलुप्त हो चुकी है। 4 पैरों के साथ लंबे शरीर वाली इस छिपकली को क्रिटेशियल पीरियड में पाया जाता था। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
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6.6 करोड़ पहले था अस्तित्व
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक इस छिपकली का अस्तित्व अब से 6.6 करोड़ साल पहले था। इन्होंने काफी लंबे समय तर धरती पर विचरण किया, कुछ छिपकलियां 14 करोड़ साल पुरानी भी हो सकती हैं। आपको बता दें कि कई सालों तक वैज्ञानिक यही माना करते थे कि चार पैर वाले सांप भी हुआ करते थे। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मिट गया चार पैरों वाले सांप का अस्तित्व
हालांकि साल 2016 में आई एक रिसर्च ने साबित कर दिया कि करीब 15 करोड़ साल पहले ही पैरों वाले सांपों को अस्तित्व मिट गया था। जिस पेंसिल के आकार वाले जीवाश्म का वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया वो 12 करोड़ साल पुराना है। पैरों वाले सांपों की थ्योरी खत्म होने के बाद अब वैज्ञानिक इस छिपकली के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने में लग गए हैं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
ग्रीक भाषा में ये है नाम का मतलब
वैज्ञानिकों ने इस जीवाश्म को टेट्रोपोडोफिस एंप्लेक्टस का नाम दिया है, ग्रीक भाषा में इस नाम का मतलब चार पैरों वाला सांप होता है। कनाडा की एंडमॉन्टॉन यूनिवर्सिटी ऑफ अलबर्टा में बायोलॉजी के प्रोफेसर माइकल काल्डवेल ने कहा, जब जीवाश्म की जांच की गई तो इसके अंदर की संरचना, सांप के अंदर की संचरना से बिल्कुल अलग थी। इस स्टडी को स्टडी जर्नल ऑफ सिस्टेमेटिक पैलियोन्टोलॉजी में पब्लिश की गई है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
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