'जनसंख्या कानून' पर NDA में दो फाड़! JDU-BJP के नेता कर रहे एक-दूसरे के बयानों की ही काट
बिहार में जदयू एनडीए गठबंधन की साथी है। इसके बावजूद नीतीश कुमार और उनके पार्टी के नेता कई मुद्दों पर भाजपा के बयानों से इत्तेफ़ाक नहीं रखते हुए नज़र नहीं आते हैं।
पटना,
14
जून
2022।
बिहार
में
जदयू
एनडीए
गठबंधन
की
साथी
है।
इसके
बावजूद
नीतीश
कुमार
और
उनके
पार्टी
के
नेता
कई
मुद्दों
पर
भाजपा
के
बयानों
से
इत्तेफ़ाक
नहीं
रखते
हुए
नज़र
नहीं
आते
हैं।
हाल
ही
में
धर्मांतरण
क़ानून
पर
नीतीश
कुमार
ने
कहा
था
की
बिहार
में
इस
कानून
की
ज़रूरत
नहीं
है।
यहां
सभी
समुदाय
के
लोग
इत्तेहाद
के
साथ
रहते
हैं।
वहीं
भाजपा
दो
फ़ायर
ब्रांड
नेता
राकेश
सिन्हा
और
गिरिराज
सिंह
इसके
उलट
बयान
देते
हुए
नज़र
आए
थे।
उन्होंने
कहा
था
कि
धर्मांतरण
का
मुद्दा
पूरे
देश
के
लिए
चिंता
का
विषय
है।
इसलिए
इसे
बिहार
के
साथ-
साथ
पूरे
देश
में
अनिवार्य
तौर
पर
लागू
करना
चाहिए।
Recommended Video
बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून की भारतीय जनता पार्टी की मांग थी। वहीं अब जदयू ने भाजपा के बयान की मुख़ालफत की है। जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि नागालैंड के बाद बिहार ने अपनी प्रजनन दर को स्थिर किया है। हम राष्ट्रीय औसत से आधे हैं। जनसंख्या हमारे लिए बोझ नहीं है। हम जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर दलितों, आदिवासियों और मुसलमानों जैसे कमजोर वर्गों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित नहीं कर सकते हैं। ग़ौरतलब है कि बिहार सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्री नीरज कुमार बब्लू ने जातीय जनगणना के साथ-साथ बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून भी बनाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि बिहार में जनसंख्या विस्फोट को कंट्रोल किया जाना चाहिए। विकास का काम आबादी तेज़ी से बढ़ने की वजह से समझ नहीं आ रहा है। जमीन हमारे पास कम हैं और लोग बढ़ते जा रहे हैं। बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून का बनना जरूरी है इसलिए है तैकि लोगो विकास को महसूस कर पाएं।
ये भी पढ़ें: बिहार: तमंचे पर डिस्को, समारोह के दौरान हथियारों की नुमाइश के तीन वीडियो वायरल