इस्तीफा देने के बाद रघुवंश प्रताप सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी, रखी तीन मांगें
पटना। बीते गुरुवार को राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। एम्स के आईसीयू में भर्ती रघुवंश प्रसाद ने 38 शब्दों में ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इस्तीफे के जवाब में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भावनात्मक पत्र लिखकर मनाने की कोशिश की। इसी दौरान रघुवंश प्रसाद ने सीएम नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी है। फेसबुक पर अपने लेटर को पोस्ट करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से तीन मांगों को पूरा करने का आग्रह किया है।
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रघुवंश प्रसाद ने जो चिट्ठी लिखी है उसमें उन्होंने पहली मांग यह की है कि गणतंत्र भूमि वैशाली में झंडोत्तोलन करने और भगवान बुद्ध के भिक्षापात्र को काबुल से मंगवाने की है। इसके साथ ही मनरेगा कानून में आम किसानों की जमीन में काम करने का संशोधन अध्यादेश लाने की भी मांग की है। सीएम नीतीश कुमार के नाम लिखे अपने लेटर में उन्होंने मनरेगा कानून में सरकारी और एससी-एसटी की जमीन में प्रबंध का विस्तार करते हुए उस खंड में आम किसानों की जमीन को भी काम में जोड़ने का आग्रह किया है।
साथ ही उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि इस आशय का अध्यादेश तुरंत लागू कर आने वाले आचार संहिता से बचा जाए। रघुवंश प्रसाद ने पत्र लिखकर वैशाली को जनतंत्र की जननी और प्रथम गणतंत्र कहते हुए आग्रह किया है कि 15 अगस्त को सीएम पटना में और 26 जनवरी को वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराने का निर्णय कर इतिहास की रचना करें।
उन्होंने इसके लिए साल 2000 के पहले झारखंड बंटवारे का जिक्र किया है और कहा है कि 26 जनवरी को पहले रांची में झंडोत्तोलन होता था। वहीं तीसरी मांग में रघुवंश प्रसाद सिंह ने भगवान बुद्ध के पवित्र भिक्षापात्र को अफगानिस्तान से वैशाली लाने की अपील की है। पत्र में उनका कहना है कि भगवान बुद्ध अंतिम वर्षावास में वैशाली छोड़ने के समय अपना भिक्षापात्र स्मारक के रूप में वैशाली वालों को दिया था।
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