वायु सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, बिहार के एक जवान समेत 7 जिंदा जले
इस दर्दनाक हादसे में मारे गए वायु सेना के जवानों की पहचान कर ली गई है। सबके घरवालों को इसकी सूचना दी गई हैं, अब शव की शिनाख्त का काम किया जा रहा है।
पटना। एयरफोर्स का एक हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, जिसमें 7 लोग जिंदा जल गए। इस दुर्घटना में जिंदा जले वायु सेना के 7 सैन्यकर्मियों की दर्दनाक मौत हो गई। जिसमें बिहार के सारण के अनिल कुमार सिंह भी सफर कर रहे थे। ये दर्दनाक हादसा चीनी सीमा के पास हुआ। जिसमें एमआइ-17 रूस में बने सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टर से सफर कर रहे बिहार के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव के रहने वाले राज नारायण सिंह के बड़े पुत्र अनिल कुमार सिंह वायु सेना में मास्टर वारंट ऑफिसर पद पर कार्यरत थे, इस दुर्घटना में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जैसे ही उनकी मौत की खबर उनके घर पहुंची गांव में मातम फैल गया।
जानकारी के मुताबिक इस दर्दनाक हादसे में मारे गए वायु सेना के जवानों की पहचान कमांडर विक्रम उपाध्याय, स्क्वाड्रन लीडर एस तिवारी, मास्टर वारंट अफसर सारण के अनिल कुमार सिंह, सार्जेंट गौतम और सार्जेंट सतीश के रूप में हुई है। वायु सेना के साथ-साथ इसमें दो सेना के जवान भी मारे गए, जिसकी पहचान बालाजी और एचएन डेका के रूप में की गई है।
बिहार के रहने वाले अनिल कुमार 1984 में वायु सेना में टेक्निकल ट्रेन से चयनित हुए थे। उनकी 2 बेटी और 1 बेटा भी था लेकिन इस दुर्घटना का दर्द सुनने के बाद सभी को गहरा झटका लगा वहीं घर में बैठे बूढ़े मां-बाप की आंखों से आंसू की धारा रुक नहीं रही थी। वहीं इस दर्दनाक घटना की खबर सुनने के बाद पूरे गांव के लोग उनके घर पहुंचकर उन्हें हिम्मत दे रहे थे तो उनकी पत्नी और बच्ची लगातार यही कहते हुए बेहोश हो जा रही थी कि अब हमारा ख्याल कौन रखेगा।
इसी दौरान प्लेन दुर्घटना में मौत के शिकार हुए अनिल कुमार के भतीजे राजीव रंजन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उनके 1 पुत्र बाहर रहते हैं तो बात बाकी सभी जोधपुर में रहकर तैयारी करते हैं। वहीं अनिल के बूढ़े पिता का कहना है कि वो बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी तेज था और प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल से हासिल की थी।
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