Goplaganj News: घर से भाग कर हज़ारों KM दूर पहुंचा नाबालिग जोड़ा, अब हालत हुई ऐसी की वापस आना चाहते हैं घर
गोपालगंज से लड़की और लड़का ट्रेन के जनरल कोच में चढ़कर नागौर पहुंच गए। मकराना में उन्हें आरपीएफ ने पकड़ लिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक 4 दिनों तक वह दोनों भूखे-प्यासे रहे। 170 रुपए खर्च कर जैसे-तैसे नागौर पहुंचे थे।
गोपालगंज, 28 जुलाई 2022। मोहब्बत के जुनून में इंसान सही और ग़लत का फ़ैसला नहीं कर पाता है और बाद में अपने लिए फ़सले पर पछताता है। ऐसा ही एक मामला ब्हार के गोपलगंज़ ज़िले से सामने आया है। दरअसल एक नाबालिग़ प्रेमी जोड़ा मोहब्बत के नशे में घर छोड़कर फरार हो गया और उसके पास सिर्फ़ 300 रुपये ही थे। जैसे-तैसे कर क दोनों ट्रेन के जेनरल कोच में सफ़र करते हुए 1125 किलोमीटर अपने घर से दूर राजस्थान के नागौर पहुंच गए। अब उन्कि स्थिति ऐसी हो गई कि वह इश्क भुलाकर अपने घर वापस लौट गए।
आरपीएफ ने दोनों को मकराना रेलवे स्टेशन पर पकड़ा
गोपालगंज से लड़की और लड़का ट्रेन के जनरल कोच में चढ़कर नागौर पहुंच गए। मकराना में उन्हें आरपीएफ ने पकड़ लिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक 4 दिनों तक वह दोनों भूखे-प्यासे रहे। 170 रुपए खर्च कर जैसे-तैसे नागौर पहुंचे थे। 21 जुलाई को घर से भागकर सोमवार की शाम 25 जुलाई को दोनों को मकराना रेलवे स्टेशन पर पहुंचे जहां आरपीएफ ने उन्हें पकड़ लिया। उसके बाद बाल कल्याण समिति से संपर्क किया गया। चाइल्ड लाइन टीम की सदस्य बबिता कंवर ने मौक़े पर पहुंच कर दोनों से बात की। बाल कल्याण समिति के सामने दोनों को सोमवार की देर रात पेश किया गया। उसके बाद लड़की को वन स्टॉप सखी सेंटर और लड़के को बाल सम्प्रेषण गृह में भेजने के बाद उनके परिजनों को मामले की सूचना दी गई।
21 जुलाई को घर से भागे थे दोनों
नाबालिग लड़का और लड़की दोनों गोपालगंज (बिहार) के निवासी हैं, लड़का धरौती गांव (गोपालगंज) का रहने वाला है। वहीं लड़की लाला पचमावां गांव की रहने वाली है। लड़का की भुआ पचमावां गांव (लड़की के गांव) में रहती है। इसलिए लड़का वहां आता जाता रहता था। इसी क्रम में लड़का और लड़की में दोस्ती हुई और फिर दोनों की दोस्ती प्रेम में तब्दील हो गई। लड़की के पिता ने दोनों को 21 जुलाई के दिन में साथ देख लिया था जिसके बाद उसी दिन दोपहर 12 बजे घर दोनों रेलवे स्टेशन पर जो ट्रेन दिखी उसमें बैठकर भाग गए।
अपने फ़ैसले पर दोनों को पछतावा
गोपालगंज से जब लड़का और लड़की भागे थे तो लड़के के पास सिर्फ़ तीन सौ रुपये ही थे। ट्रेन के टॉयलेट में सफर करते हुए तीन चार जगह दोनों ने ट्रेनें बदली और जैसे-तैसे नागौर पहुंचे। रास्ते में 300 में से 170 रुपये खर्च किए। भागते-भागते जब वह दोनों थक गए तो मकराना रेलवे स्टेशन पर उतर गए जिसके बाद आरपीएफ ने उन्हें पकड़ कर स्टेशन पर ही बने एक कमरे बैठा दिया। चाइल्ड लाइन टीम जह पहुंची तो दोनों से बात कर पूरे मामले की जानकारी ली। दोनों को अपने लिए फ़ैसले पर पछातावा हो रहा था और दोनों घर जाना चाहते थे। वहीं परिजनों को सूचना देकर हुलाया गया जिसके बाद दोनों को उनके हवाले कर दिया गया। वहीं दोनों का कहना है कि हम लोगों ने नादानी में बहुत ही ग़लत फ़ैसला ले लिया था जिसका हम लोगों को पछतावा हो रहा है।
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