विपक्ष के बाद BJP विधायक अशोक सिंह ने अपनी ही पार्टी के मंत्री रामसूरत राय को घेरा
पटना। बिहार विधानसभा में सोमवार को मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल में शराब मिलने का मुद्दा एक बार फिर छाया रहा। इस दौरान सदन में विपक्ष ने इसके आधार पर मंत्री रामसूरत राय से इस्तीफे की मांग की। साथ ही आरोप लगाया कि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं अब विपक्ष के अलावा मंत्री रामसूरत के पार्टी के विधायक ने ही उनको घेरा है।
मुजफ्फरपुर के पारू विधानसभा से भाजपा विधायक अशोक सिंह ने रामसूरत राय के ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि स्कूल में रामसूरत राय के बुलाने पर एक-दो बार गया हूं तब साइकिल रेस का फंक्शन हुआ था। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर नंदकिशोर बाबू भी थे, जिस स्कूल में कथित तौर पर शराब मिलने की घटना हुई है, उस स्कूल में रामसूरत राय ने हमें निमंत्रित किया था। भाजपा विधायक ने बताया कि दो-ढाई साल पहले की घटना है। उस वक्त रामसूरत राय जिलाध्यक्ष थे और हम लोग उस स्कूल में गए थे।
बता दें कि मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल में शराब मिली थी, जिसको लेकर तेजस्वी यादव सहित विपक्ष के सभी नेताओं ने रामसूरत राय से इस्तीफे की मांग की है। इसी दौरान मुजफ्फरपुर के पारू से भाजपा के विधायक अशोक कुमार सिंह ने भी अपने ही सरकार के मंत्री रामसूरत राय पर निशाना साधा है।
वहीं मंत्री रामसूरत राय ने सफाई देते हुए बताया है कि जिस स्कूल में शराब की बरामदगी की बात की जा रही है वो मेरा स्कूल नहीं है। मेरे भाई के नाम पर जमीन है। उस स्कूल का एक स्टाफ वहां शराब लाया था, जिस पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। अगर मेरे भाई पर मामला दर्ज है तो मैं क्यों इस्तीफा दूं। मेरी छवि बिल्कुल बेदाग है। मैं इस्तीफा दूंगा तो तेजस्वी को भी इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि उनके पिता भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं।
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