बिहार में सियासी ज़मीन मज़बूत करने में जुटी भाजपा, अब इस अधिकारी ने दोबारा से थामा BJP का दामन
बिहार में बदले सियासी समीकरण के बीच भाजपा अपनी राजनीतिक पकड़ मज़बूत करने में जुट गई है। इसी कड़ी में आज (मंगलवार) बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग से रिटायर्ड अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने पार्टी की फिर से सदस्यता ली
पटना, 14 जून 2022। बिहार में बदले सियासी समीकरण के बीच भाजपा अपनी राजनीतिक पकड़ मज़बूत करने में जुट गई है। इसी कड़ी में आज (मंगलवार) बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग से रिटायर्ड अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की फिर से सदस्यता ग्रहण की है। बिहार भाजपा कार्यालय में उन्हें केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री और भाजपा विधायक मौजूद रहे।
बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग में लम्बे समय तक अपनी सेवा देने के बाद 31 जनवरी 2022 को सुनील कुमार वर्मा अपने पद से सेवा निवृत हो गये थे। आपको बता दें कि उससे पहले वह भारतीय जनता पार्टी से पहली बार 1980 में जुड़े थे। वह शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे। सरकारी नौकरी की वजह से उन्होंने भाजपा से दूरी बना ली थी लेकिन एक बार फिर आज उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
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पटना के महेन्द्रू निवासी सुनील कुमार वर्मा लोक नायक जय प्रकाश नारायण के आन्दोलन से सक्रिय रहे। उसके बाद संघ परिवार और फिर भाजपा से जुड़े। 1982 में महेन्द्रू मंडल के महामंत्री और चुनाव कार्य में सक्रिय रहे थे। 1988 में भाजयुमो के जिला महामंत्री का दायित्व संभाला। 1994 में बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग की प्रतियोगिता परीक्षा पास कर ग्रामीण विकास पदाधिकारी, सीतामढ़ी के पद से सरकारी सेवा की शुरुआत की और तब राजनीति से दूर हो गये। इसके साथ ही वह बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मंत्री प्रेम कुमार के आप्त सचिव और प्रमोद कुमार के OSD बन कर अपनी सेवा देते रहे।
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