Pics: गंगा मईया ने लिया रौद्र रूप और देखते ही देखते नदी में समा गया स्कूल
पटना। आक्रोशित गंगा का रौद्र रूप बिहार के भागलपुर में उस वक्त देखने को मिला जब देखते ही देखते चंद सेकंड में 2 मंजिला स्कूल की इमारत गंगा नदी में समा गई। इस दौरान पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। ऐसा नजारा देख कर वहां मौजूद हर शख्स हक्का- बक्का रह गया।
नजारा देख सन्न रह गए लोग
इसे देख कर लोग घर से बाहर निकल कर चिल्लाने लगे। हालांकि गांव वालों को इस बात का अंदेशा पहले ही हो चुका था इसीलिए स्कूल और उसके आसपास के घरों को छोड़कर वह दूर भाग गए थे। क्योंकि मिट्टी का कटाव लगातार जारी था और देखते ही देखते नदी के आस-पास के सारे घर गंगा नदी में समा गया।
भागलपुर जिले के नारायणपुर का मामला
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के भागलपुर जिले के नारायणपुर प्रखंड के बैकठपुर दुधैला पंचायत स्थित सरकारी स्कूल मिट्टी के कटाव होने के कारण गंगा नदी में प्रवाहित हो गया। क्योंकि पिछले कई दिनों से बैकठपुर दुधैला पंचायत में कटाव तेजी से हो रहा था। देखते ही देखते स्कूल के आस-पास गंगा नदी का पानी जमा हो गया जिसके बाद पूरे स्कूल को खाली कर दिया गया और जैसे ही स्कूल खाली हुआ गंगा का रौद्र रूप देखने को मिला।
चंद मिनटों में जलमग्न हो गया स्कूल
चंद मिनटों में पूरा स्कूल जलमग्न हो गया। इस हादसे को देखनें के लिए गांव के बच्चे और बुजुर्ग स्कूल से दूर सड़क के पास खड़े थे और धीरे-धीरे स्कूल के साथ साथ आसपास की जगह को गंगा नदी में समाते देख जोर-जोर से चिल्लाने लगे। लोगों की चिल्लाहट के बीच कुछ चटकने की आवाज सुनाई दी और स्कूल पूरी तरह ढह कर गंगा नदी में गिर गया। वहीं जिस वक्त स्कूल गंगा नदी में समा रहा था तभी एक बुजुर्ग इसकी चपेट में आ गया लेकिन आस-पास के लोगों की मदद से उसे बाल-बाल बचा लिया गया।
400 घर हो चुके हैं जलमग्न
वहीं इस घटना के बारे में गांव के रहने वाले संजय सिंह से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे पंचायत के 400 घर एक आंगनबाड़ी केंद्र सैकड़ों एकड़ जमीन और एक स्कूल अब तक गंगा नदी में विलीन हो चुका है। बाढ़ नियंत्रण विभाग की तरफ से अभी तक कटाव निरोधी काम शुरु नहीं किया गया है।
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