छापेमारी करने गई Police पर लगे गंभीर आरोप, भीड़ ने की फजीहत, महिलाओं ने उतरवाए कपड़े !
Police की कार्यशैली पर उठे सवाल ! शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस की टीम को महिलाओं ने बंधक बना लिया। वहीं पुलिसवाले पर रुपये लूटने के गंभीर आरोप भी लगाए। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
Bihar Police: बिहार में शराबबंदी के बावजूद प्रदेश के विभिन्न जिलों से अवैध शराब बरामद की जा रही है। वहीं अवैध शराब मामले में छापेमारी करने गई पुलिस पर हमले की खबर भी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जहां पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बिहटा में पुलिस के साथ महिलाओं की दबंगई को कुछ लोग सही बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे शर्मनाक बता रहे हैं। दरअसल मद्य निषेध विभाग की टीम गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को पुलिस की टीम बाटा मुसहरी गांव छापेमारी करने गई थी।
महिलाओं ने ली पुलिसवाले की तलाशी
शराब की सूचना पाकर छापेमारी करने गई टीम पर गांव की महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए। भीड़ में पुलिस वाले की खूब फजीहत भी हुई। बाटा मुसहरी गांव के लोगों का आरोप है कि छापेमारी करने गई पुलिस ने रुपये की चोरी की है। पुलिसकर्मियों पर रुपए के लूट का आरोप लगाते हुए महिलाएं उग्र हो गईं। धीरे-धीरे मौक़े पर कई महिलाएं जमा हो गईं और उन्होंने पुलिस वाले की तलाशी शुरू कर दी। महिलाओं को काफी उग्र होता देख छापेमारी करने गई टीम के साथ मौजूद महिला कॉन्स्टेबल ने पुलिस वाले की तलाशी ली और उन्होंने कहा कि कुछ भी नहीं
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बेबस होकर छोड़ने की मिन्नतें कर रहे थे पुलिसवाले !
महिला कॉन्सटेबल की बात पर ग्रामीणों ने यकीन नहीं किया और वहां मौजूद महिलाओं ने खुद से पुलिस वाले की तलाशी लेनी शुरू कर दी। बाटा मुसहरी गांव की महिलाओं ने झुंड बना कर पुलिस वाले को घेर लिया। इसके बाद तलाशी लेते हुए पुलिस वाले की वर्दी से लेकर जूते तक खुलवा दिए। वहीं किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया जो कि सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ तौर पर देख सकते हैं कि पुलिस वाले बेबस होकर छोड़ने की मिन्नतें कर रहे हैं।
महिलाओं की करतूत के लोगों ने बताया गलत
गांव की महिलाओं द्वारा पुलिसकर्मियों बंधक बनाकर गंभीर आरोप मामले में दानापुर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी अभिनव घीमन ने जब सवाल किया गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मद्य निषेध विभाग का मामला है, इसलिए इस बाबत कोई भी जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारी से ली जाए। बहरहाल वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल तो उठ ही रहे हैं। वहीं कुछ लोग पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के मामले को शर्मनाक बता रहे हैं। उनका कहना है कि अगर महिलाओं को कुछ भी शिकायत थी तो वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में देना चाहिए था। इस तरह से पुलिसकर्मी के साथ बदतमीज़ी नहीं करनी चाहिए थी।
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