Shahdol: तेंदुए के शिकार से वन विभाग में हड़कंप, शिकारियों ने करंट का इस्तेमाल कर ली जान
शहडोल, 7 अगस्त। जिले के उत्तर वन मंडल के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र बीट के के खरपा के जंगल में 7 वर्ष के तेंदुए का डेढ़ दिन पुराना शव मिला है। शिकार के लिए जंगल में जीआइ तार का फंदा लगाकर उसमें बिजली का कंरट फैलाया गया था। अचानक वहां से तेंदुआ निकला और फंदे में फंस गया, जिसकी मौत हो गई है।
वन विभाग के मुताबिक
शिकार के लिए ही जीआई तार के फंदे बनाकर शिकारियों ने लगाया था। शुक्रवार की देर शाम वन विभाग को सूचना मिली की जंगल में मृत तेंदुआ पड़ा है। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम वहां पहुंची और तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया जिसका शनिवार को पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार गया है। वही एक टीम शिकारियों की तलाश में जुट गई है और कई संदेहियों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
उत्तर वन मंडल के डीएफओ गौरव चौधरी के मुताबिक
तेंदुए की मौत फंदे में फंसने और लाइट का कंरट लगने से हुई है। उसके सभी अंग सलामत है। शिकारियों से पहले तेंदुए की मरने की जानकारी वन विभाग को मिल गई, इसलिए उसके सभी अंग सलामत मिल गए हैं। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में अन्य प्राणियों के शिकार के लिए इस तरह के फंदे लगाए जाते हैं। डीएफओ ने आगे जानकारी दी क्षेत्रीय लोगों से पूछताछ करने के बाद जिनके ऊपर संदेह है, उनसे पूछताछ कर शिकारियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने ने कहा कि जल्दी शिकारियों को पकड़ लेंगे। जिस तरह से घटनास्थल पर निशान मिले हैं उससे आसपास गांव की ही शिकारी होंगे। शहडोल जिले के जंगलों में जीआई तार के फंदे बनाना और इसके माध्यम से करंट फैलाकर वन्य प्राणियों का शिकार करने की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है। पिछले साल बाघ तक का शिकार किया जा चुका है।
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा तेंदुएं
मध्यप्रदेश में देशभर में सबसे ज्यादा तेंदुएं हैं। वर्ष 2018 में तेंदुओं की गणना की गई थी। जिसके हिसाब से मध्यप्रदेश में 3,421 तेंदुएं हैं। 2 नंबर पर कर्नाटक है, जहां सिर्फ 1,783 तेंदुएं हैं। पिछले कुछ समय से मध्यप्रदेश में तेंदुओं की मौत चिंता का कारण बना हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2021 तक 5 वर्षों में 255 तेंदुओं की मौत हुई थी। यानी हर वर्ष तकरीबन 51 तेंदुएं अकेले मध्यप्रदेश में मारे गए हैं। पिछले वर्ष अगस्त तक 56 से अधिक तेंदुओं की मौत हुई थी। इस वर्ष भी करीब इतने ही तेंदुएं मारे जा चुके हैं।