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रीवा नगर निगम के नाम अजब- गजब रिकॉर्ड, जब 5 वर्षों में बने थे 4 महापौर

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रीवा, 5 जुलाई: रीवा नगर निगम के नाम अजब-गजब रेकॉर्ड है। इस तरह पूरे पांच वर्ष महापौर के चयन में ही यह प्रक्रिया उलझी रही। नतीजतन विकास कार्य बाधित रहे। वह दौर कांग्रेस सरकार का था और उसमें भी गुटबाजी थी। रीवा में दिसंबर 1994 में चुनाव हुआ और परिषद का गठन 1995 में हुआ था।

5 साल में चार महापौर

5 साल में चार महापौर

निकायों के पुनर्गठन में रीवा को वर्ष 1994 में नगर निगम बनाया गया। पहला कार्यकाल विवादों में रहा। पांच साल के अंतराल में चार महापौर बने और पूरा समय विवादों में उलझा रहा। पहले दो महापौर का चयन पार्षदों के जरिए हुआ। तीसरे का चयन सरकार ने किया और चौथे महापौर का चयन फिर जनता ने किया। इस तरह पूरे पांच वर्ष महापौर के चयन में ही यह प्रक्रिया उलझी रही। नतीजतन विकास कार्य बाधित रहे। वह दौर कांग्रेस सरकार का था और उसमें भी गुटबाजी थी। रीवा में दिसंबर 1994 में चुनाव हुआ और परिषद का गठन 1995 में हुआ था।

इन प्रत्याशियों ने बना महापौर

इन प्रत्याशियों ने बना महापौर

प्रभारी महापौर के रूप में सावित्री पाण्डेय को चुना गया, जिनका दस माह का कार्यकाल रहा। फिर कमलजीत सिंह डंग को सरकार की ओर से महापौर मनोनीत किया गया। ये तीन माह महापौर की कुर्सी पर बैठ पाए। इसके बाद सरकार ने नियम बदले। जनता ने सीधे चुनाव में पहले महापौर के रूप में सावित्री पाण्डेय को चुना गया, जिनका दस माह का कार्यकाल रहा। फिर कमलजीत सिंह डंग को सरकार की ओर से महापौर मनोनीत किया गया। ये तीन माह महापौर की कुर्सी पर बैठ पाए। इसके बाद सरकार ने नियम बदले। जनता ने सीधे चुनाव में पहले महापौर के रूप में राजेन्द्र ताम्रकार को चुना। कार्यकाल करीब दो वर्ष का रहा।

कोर्ट ने की कारवाही

कोर्ट ने की कारवाही

रीवा नगर निगम में पहले महापौर के रूप में कांग्रेस के अमीरुल्ला खान चुने गए। इनके चयन को कोर्ट में चुनौती दी गई। जिसमें कहा गया कि चुनाव जीतने के लिए परिषद के प्रथम सम्मेलन के लिए जो अवधि निर्धारित थी, उस समय पर सम्मेलन नहीं बुलाया गया। इसी के चलते अदालत ने उनके निर्वाचन को शून्य कर दिया था। दो वर्ष बाद अमीरुल्ला खान पद से हटा दिए गए।

रीवा में महापौर के लिए वोटिंग 13 जुलाई को

रीवा में महापौर के लिए वोटिंग 13 जुलाई को

नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा अनुसार। मध्य प्रदेश चुनाव 2 चरणों में होंगे। पहला चरण 6 जुलाई और दूसरा चरण 13 जुलाई को होगा। पहले चरण के परिणाम 17 जुलाई और दूसरे चरण के परिणाम 18 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। रीवा में महापौर के लिए मतदान 13 जुलाई को होगा और परिणाम 18 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।

इस बार इतने प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत

इस बार इतने प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत

दूसरे चरण में 13 जुलाई को होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर रीवा में महापौर और पार्षद प्रत्याशियों ने नामांकन फार्म भरकर अपनी दावेदारी ठोक मैदान में उतर गए है। नामांकन भरने की अंतिम तारीख अब सामाप्त हो गई और आखिरी दिनांक तक महापौर पद के लिए 14 राष्ट्रीय पार्टियों सहित निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन फार्म भरकर शहर सरकार के लिए दावेदारी की है।

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English summary
Rewa Municipal Corporation was formed in 5 years 4 new mayors
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