राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- जितना सस्ता उपचार इंडिया में है, उतना कहीं नहीं
मध्य प्रदेश दौरे पर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भोपाल में 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो वैक्सीन आईं, उनसे पूरी दुनिया में मानवता का मेजर परसेंटेज बच गया।
भोपाल, 28 मई। शनिवार को राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय समागम केन्द्र, भोपाल में 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति (President of Indi) रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। कोरोना काल में किसी न किसी वजह से किसी न किसी रूप में हम सभी इससे प्रभावित रहे हैं। सही मायने में जो वैक्सीन आईं उनसे पूरी दुनिया में मानवता का मेजर परसेंटेज बच गया। उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती द्वारा जो कार्यक्रम किया गया है। उसकी मैं प्रशंसा करता हूं। नवंबर 2002 में भारतीय पंचांग के अनुसार केरल में आरोग्य भारती की स्थापना की गई थी। आज इसके देशव्यापी विस्तार के बारे में जानकर मुझे विशेष प्रसन्नता हो रही है।
जितना सस्ता उपचार इंडिया में है उतना आपको कहीं नहीं मिलेगा
भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि जब प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ्य रहेगा तो सभी स्वस्थ्य रहेंगे। ऐसा करते हुए हम अपनी उस प्रार्थना को कार्यरूप दे सकेंगे जिसमें कहा गया है कि सभी सुखी रहें, सभी निरोग रहें।
जितना सस्ता उपचार इंडिया में है उतना आपको कहीं नहीं मिलेगा। इण्डिया की जो सस्ती टीटमेंट प्रणाली है वह आपको और कहीं नहीं मिलेगी।
वर्ष 2017 में घोषित राष्टीय स्वास्थ्य नीति के तहत हमारा लक्ष्य है कि सभी व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं खिफायती खर्च पर सुलभ हों, व्यापक तथा समग्र रूप से सबके आरोग्य की व्यवस्था करना भी इस नीति का लक्ष्य है। इसके लिए सरकारी तथा निजि क्षेत्रों की भागीदारी के साथ-साथ समाज के प्रबुद्ध वर्ग की भागीदारी भी जरूरी है।
महर्षि पतंजलि ने योगसूत्र की रचना करते समय लिखा था कि उन्होंने तत्कालीन भारत में उपलब्ध आरोग्य के नियमों को व्यवस्थित रूप से संकलित किया।
योगसूत्र, हठयोग प्रदीपिका, हिरण्यसंहिता जैसे प्राचीन ग्रंथों से ये स्प्ष्ट होता है कि सदियों पहले हमारे देश में एक देश एक स्वास्थ्य तंत्र किसी ना किसी रूप में विद्यमान था। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता की व्यापक स्वीकृति द्वारा भी प्राचीन काल से अखिल भारतीय स्वस्थ्य तंत्र की उपस्थिति का अनुमान होता है।
परंपरागत चिकित्सा पद्धति की उपयोगिता को विश्वस्तर पर अपनाया जा रहा है। समग्र और समावेशी प्रयासों से आरोग्य भारती के प्रकल्पों को भी संबल प्राप्त होगा, मेरी शुभकामना है कि ये संस्थान स्वस्थ भारत के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देता रहे, तथा जनमानस में विशेष स्थान अर्जित करे।
बता दे राष्ट्रपति कोविंद सायंकाल 5 बजे से 6 बजे तक मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के नवीन स्वास्थ्य संस्था भवनों का भूमि-पूजन करेंगे।
राष्ट्रपति कोविंद 29 मई रविवार को प्रात: 8.30 बजे राजा भोज विमान-तल से विमान द्वारा उज्जैन के लिये प्रस्थान करेंगे।
करोड़ों परिवारों में काढ़ा बांटा : CM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय समागम केन्द्र, भोपाल में 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना को दूर करने में हमने तीनों ही पद्धतियों का उपयोग किया। हमने करोड़ों परिवारों में काढ़ा बांटने का काम किया।
मध्यप्रदेश में हमने योग से निरोग का अभियान चलाया। जो आइसोलेशन में थे उन्हें ऑनलाइन योग सिखाया जाता था। आयुर्वेद भी था, एलोपैथी भी थी और योग प्रणायाम भी था।
कैमिकल खाकर लोगों का स्वास्थ्य हो रहा खराब : CM
योग-प्राणायाम मैं स्वयं करता हूं। इस समय हम प्राकृतिक खेती का अभियान चला रहे हैं। कैमिकल खाकर लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। प्राकृतिक खेती को कैसे महत्व दें, इस पर काम कर रहे हैं। हम जैसा खाते हैं तो वैसा बनते हैं।
केवल भारत ही नहीं, केवल प्रदेश ही नहीं, बक्लिक दुनिया का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो इस पर हम काम कर रहे हैं। ये हमारा सौभाग्य है कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एक गौरवशाली एक वैभवशाली भारत के निर्माण काम कर रहे हैं। एक स्वस्थ्य भारत के निर्माण की ओर काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति की पत्नी का सीएम की पत्नी ने किया स्वागत
मध्य प्रदेश दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की धर्मपत्नी सविता कोविंद (प्रथम महिला) का शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पहुंचने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान ने उनका हार्दिक स्वागत किया। मुख्यमंत्री शिवराज के बेटे कुणाल चौहान ने भी सविता कोविंद का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। इस अवसर पर अन्य परिजन उपस्थित थे।