मध्य प्रदेश : पार्षद का टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी कार्यकर्ता ने अपने ऊपर डाला ज्वलनशील पदार्थ
मध्यप्रदेश में पार्षद टिकट नहीं मिलने के कारण बीजेपी कार्यकर्ता नाराज है। देवास में पार्षद का टिकट नहीं मिलने के कारण बीजेपी कार्यकर्ता ने अपने ज्वलनशील डाल लिया।
भोपाल,18 जून। मध्यप्रदेश में नगरी निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान और विरोध का दौर जारी हो गया है। कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों ही ओर से विरोध के स्वर उठने लगे है। टिकट वितरण के बाद प्रदेश भर में असंतुष्ट कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे है। भोपाल की बात करें तो भोपाल में भी पूर्व में पार्षद रहे वह पार्टी के लिए मेहनत कर रहे कार्यकर्ताओं को इस बार भी टिकट नहीं मिला जिसके बाद कई कार्यकर्ता नाराज है और नेताओं के घर के बंगले के सामने जाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं अन्य जिलों की चर्चा करें तो अन्य जिलों में भी यही स्थिति है।
पार्षद का टिकट देने के बाद दोनों ही पार्टियों के लिए नाराज कार्यकर्ताओं को बनाना किसी चौनुती से कम नहीं है। पार्टी के प्रवक्ता कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को सिरे से नकारते हुए नजर आ रहे है। उनका कहना है कि किसी भी तरह का कोई भी विरोध पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा नहीं किया जा रहा है परंतु देवास रतलाम, सागर, जबलपुर, भोपाल और ग्वालियर सभी जगहों से कार्यकर्ताओं द्वारा नाराजगी जताने के वीडियो लगातार सामने आ रहे है।
बात करे इंदौर में, तो बीती रात्रि ही महिलाओं ने प्रदर्शन किया उनका कहना है कि पैराशूट से जो टिकट दिए गए हैं जिन्होंने कभी भी झंडा उठाने का काम नहीं किया इसके बावजूद भी उन लोगों को टिकट दिया गया है इस तरह के पार्टी पर आरोप लगाते हुए बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं ने इंदौर में कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की उन्होंने नेता विशेष के कार्यकर्ताओं को टिकट देने का आरोप लगाया और जो कार्यकर्ता जमीन पर काम कर रहे हैं उन्हें टिकट नहीं मिला वही बीजेपी से प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का कहना है कि किसी भी तरह का प्रदर्शन प्रदेश में देखने को नहीं मिल रहा है जो कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं उन्हें संतुष्ट कर लिया गया है भोपाल में बात करें तो कई कार्यकर्ता अब असंतुष्ट होकर सामने आ रहे हैं वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि विरोध के एक दो अपवाद देखने को मिले है। परंतु कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर अन्य पार्टियों का दामन थाम टिकट लेने की होड़ में लग गए हैं परंतु कांग्रेस इस बात को सिरे से नकारते हुए नजर आ रही है और अपवाद बता रही है।
बात करें तो देवास में बीजेपी कार्यकर्ता ने सीट अनारक्षित होते हुए आरक्षित वर्ग के कार्यकर्ता को टिकट दिया, तो बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे और वहां पर कार्यकर्ता ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर,आग लगाने तक का प्रयास किया। बीजेपी के जिला अध्यक्ष महामंत्री समेत तमाम जिले के पदाधिकारी पर भेदभाव करने तक का आरोप लगा दिया। अब देखना होगा कि घमासान के बाद क्या स्थिति होती है और चुनाव में किस तरह के परिणाम देखने को मिलते हैं कहीं भितरघात ही दोनों पार्टियों के समीकरण बिगाड़ने में कारगर ना बन जाए।