स्व सहायता समूह की दीदियों से CM शिवराज ने किया संवाद, 200 करोड़ रुपये की राशि का किया वितरण
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्व सहायता समूह की दीदियों को आजीविका मिशन के तहत ₹200 करोड़ के ऋण का वितरण किया। सीएम चौहान ने कहा कि बड़ी खुशी है कि आज रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के दिन सभी बहनें साथ हैं।
भोपाल,12 अगस्त। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व सहायता समूह की दीदियों को आजीविका मिशन के तहत ₹200 करोड़ के ऋण का वितरण किया। सीएम चौहान ने कहा कि बड़ी खुशी है कि आज रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के दिन सभी बहनें साथ हैं। सीएम चौहान ने दीदियों से संवाद करते हुए उनके समूह की पहचान जानी। इछावर की सुनीता दीदी ने बताया कि उनके समूह की पहचान साड़ी है। उनके समूह से जुड़ने के बाद सभी महिलाओं की आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन आया है। महिलाएं आर्थिक तौर पर मजबूत हुई हैं। ग्राम पडरिया काछी सेवा स्व सहायता समूह की आशा मोरे ने कहा 13 सूत्र हमारी पहचान है।
सीएम शिवराज ने कहा कि अजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूहों को केवल 2% ब्याज पर ऋण दिया जाएगा। बैंकों का बाकी ब्याज सरकार जमा करेगी। अब तक नल जल योजना के तहत 50 लाख घरों में नल कनेक्शन लग गए हैं। अब जल कर वसूली का काम भी स्व सहायता समूह की बहनें करेंगी। उन्हें वसूली पर 20% कमीशन मिलेगा। बिजली के बिलों की वसूली भी आजिविका मिशन से जुड़ी बहनें करेगीं। गेहूं खरीदी में भी उनकी भागीदारी होगी। सीएम श्री चौहान ने स्व सहायता समूह की बहनों से 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराने की अपील करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) में स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाना है और सबको हर घर तिरंगा लगाने के लिए प्रेरित करना है।
पंचायत निर्वाचन में इन स्व-सहायता समूहों के लगभग 17 हजार सदस्य पंच, सरंपच, जनपद एवं जिला पंचायत सदस्य पदों पर निर्वाचित हुए हैं। इनमें 1907 सरपंच, 429 उप सरपंच, 46 जिला पंचायत सदस्य, 381 जनपद सदस्य और 14 हजार 378 पंच बने हैं। पंचायत राज संस्थाओं में स्व-सहायता समूहों की इतनी बड़ी भागीदारी पहली बार देखने को मिली है।
राज्य सरकार ने स्व-सहायता समूहों को पर्याप्त बैंक ऋण दिलवाने की व्यवस्था भी की है। समूहों के उत्पादों के क्रय-विक्रय के लिये आजीविका मार्ट पोर्टल बनाया गया है। इस पर समूहों के लगभग 6 हजार 700 उत्पाद अपलोड किये जा चुके हैं। पोर्टल से अब तक लगभग 500 करोड़ रूपये का व्यवसाय समूह की महिलाओं ने किया है। समूह सदस्य बहनों ने 'हर घर तिरंगा अभियान' में लगभग 63 लाख तिरंगे तैयार किये हैं। स्कूल गणवेश तैयार करने का कार्य भी स्व-सहायता समूह कर रहे हैं।