MP BJP News : मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट के प्रचार के लिए विधायकों को मैदान में उतारेगी BJP की शिवराज सरकार
एमपी में लागू हुए पेसा एक्ट के प्रचार प्रसार को लेकर भाजपा के सभी विधायकों को मैदान में उतारना होगा। इस एक्ट के प्रावधान बताने के साथ ही इसके लिए आदिवासियों को जागरूक भी किया जाएगा। यह जिम्मेदारी विधायकों को दी गई है कि
MP News : मध्य प्रदेश में लागू हुए पेसा एक्ट के प्रचार प्रसार को लेकर भाजपा के सभी विधायकों को मैदान में उतारना होगा। इस एक्ट के प्रावधान बताने के साथ ही इसके लिए आदिवासियों को जागरूक भी किया जाएगा। यह जिम्मेदारी विधायकों को दी गई है कि वह भी इसी एक्ट पर आदिवासी लोगों को जागरूक करें। साथ ही आदिवासी बहुल क्षेत्र में रहने वाले अन्य वर्गों ओबीसी सामान्य व अल्पसंख्यक किसी को कोई दिक्कत ना हो ये एक्ट किसी वर्ग को नुकसान पहुंचाने वाला नहीं है, इसे लेकर कांग्रेस और अन्य दल भ्रामक प्रचार कर सकते हैं। इसे लेकर भी विधायक काम करें। वही 22 नवंबर से बड़वानी जिले के टंट्या मामा के गांव से भाजपा गौरव यात्रा निकालेगी। जिसमें सभी विधायकों को शामिल होना होगा।
मुख्यमंत्री ने निवास पर विधायक दल की बैठक आयोजित की। जिसमें प्रदेश भाजपा के प्रभारी मुरलीधर राव भी मौजूद थे बैठक में यह भी तय हुआ कि जिन आदिवासी सीटों पर कांग्रेस के विधायक का काबिज है उन सीटों पर योजनाओं के जरिए वोटर्स को रिझाने बीजेपी अब कैंपेनिंग करेगी, इसमें उस क्षेत्र के आसपास के भाजपा विधायक भी मदद करेंगे। आदिवासियों के लिए बनी योजनाओं को आदिवासी घर तक पहुंच रही है या नहीं इस पर बीजेपी विधायकों को नजर रखने को कहा गया है।
भाजपा निकाली की जनजाति गौरव यात्रा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी अगले सप्ताह मध्यप्रदेश में प्रवेश करने वाली है और इस यात्रा के जरिए कांग्रेसी से लाकर के 14 जिलों के 62 लाख आदिवासियों को रिझाने की कोशिश करेगी। यह आदिवासी बहुल 14 जिले बुरहानपुर, पूर्व निर्माण खंडवा, पश्चिम निमाड़, खरगोन,अलीराजपुर,झाबुआ बड़वानी, इंदौर, धार, देवास, उज्जैन मंदसौर, रतलाम, नीमच और शाजापुर है। इस क्षेत्र के विधायकों को यहां पर सक्रिय रहने को कहा गया है।
इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है यह बैठक
सीएम हाउस में हुई विधायक दल की बैठक आदिवासी वोट बैंक के सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों संगठनात्मक बैठक में यह कहा है कि सरकार आदिवासियों के लिए योजनाएं बनाकर लागू कर रही है, उसकी पूरी जानकारी दूरस्थ ग्रामीण अंचल में रहने वाले आदिवासियों तक नहीं पहुंच पाती, इसलिए जहां कमी की स्थिति है, उसकी भरपाई करना होगी। इसलिए अब विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे आदिवासी ग्रामों में कैंप करें और उन्हें बताएं कि सरकार ने उनके लिए कौन-कौन सी योजनाएं और नियम बनाए जो उनका जीवन स्थान सुधारने में मदद करेगी।
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