MP में वायु सेना ने संभाला मोर्चा, विदिशा में 28 लोगों को किया एयरलिफ्ट व टापू पर फंसे 6 लोगों को बचाया
वायु सेना ने विदिशा के मुड़िया खेड़ा में दो दर्जन से ज्यादा गांव वालों को एयरलिफ्ट किया। विदिशा में वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर इस काम में लगे है। इधर गुना में 6 लोगों को सुरक्षित निकाल कर उनकी जान बचाई है। यह सभी 2 दिन स
भोपाल 23 अगस्त। मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश के बाद मची तबाही से लोगों को राहत दिलाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में बाढ़ से घिरे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का सिलसिला लगातार चल रहा है। मंगलवार को इस काम में वायु सेना भी जुट गई। वायु सेना ने विदिशा के मुड़िया खेड़ा में दो दर्जन से ज्यादा गांव वालों को एयरलिफ्ट किया। विदिशा में वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर इस काम में लगे है। इधर गुना में 6 लोगों को सुरक्षित निकाल कर उनकी जान बचाई है। यह सभी 2 दिन से टापू पर फंसे हुए थे। इसी तरह ग्वालियर में भी 8 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
Recommended Video
विदिशा में हालात सबसे चिंताजनक
विदिशा में करीब 100 गांव बाढ़ की चपेट में इनमें से 53 गांवों में हालात बेहद खराब है जिसके कारण यहां से ग्रामीणों का निकलना मुश्किल हो चुका है इसके लिए जिला प्रशासन ने सोमवार को ही सेना की मदद मांगी थी। इसके बाद मंगलवार को वायु सेना के हेलीकॉप्टर आए सके और आते ही रह सके में जुट गए। यहां ग्राम पंचायत घडला के मुड़िया खेड़ा से 28 ग्रामीणों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने विदिशा, गुना और राजगढ़ जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अतिवर्षा से बाढ़ में फँसे हुए लोगों को रेस्क्यू कर उनकी जिन्दगी बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है। एक-एक व्यक्ति को रेस्क्यू कर निकाला जाएगा। मैं स्वयं भी बोट के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को रेस्क्यू करने में शामिल हुआ हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान विदिशा, गुना और राजगढ़ जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से दौरा कर स्टेट हैंगर भोपाल वापस लौटने पर जानकारी दे रहे थे। इससे पहले उन्होंने स्टेट हैंगर पर एयर फोर्स के अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति और रेस्क्यू कार्य के संबंध में भी चर्चा की।
अतिवर्षा से बाढ़ में फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू कर उनकी जिन्दगी बचाना पहली प्राथमिकता
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विदिशा जिले में बेतवा का जल स्तर अभी स्थिर है। बाढ़ से विदिशा, गुना और राजगढ़ जिले के लगभग 25 गांव प्रभावित हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एयर फोर्स के दो हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन भी रेस्क्यू कार्य में लगा हुआ है। फसलों और सम्पत्ति के नुकसान का आंकलन बाद में किया जाएगा। अभी पहली प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित बचाना है। विदिशा के गढ़ला और ताजला गाँव में फंसे हुए लोगों को बोट के माध्यम से सुरक्षित बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुन: कुरवाई के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि वे रायसेन के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे।
2 दिनों से टापू पर फंसे 6 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
गुना जिले की तहसील कुंभराज में ग्राम ऊपरी में 6 लोग 2 दिन से ठाकुर में फंस गए थे उनकी सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ग्वालियर द्वारा ऑपरेशन चलाया गया और कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। लगातार बारिश होने से बांध और नदियां उफान पर है। अशोकनगर जिले की मुंगावली तहसील के ग्राम सांवलखेड़ा में भी 8 लोगों को बाढ़ में फंसे होने की खबर के बाद एसडीआरएफ टीम द्वारा उनका रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया
विदिशा जिले में ही 18 राहत शिविरों में 1200 लोग रूके
मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि अकेले विदिशा जिले में ही 18 राहत शिविरों में 1200 लोग रूके हुए हैं। लगातार आवश्यक व्यवस्थाएँ करने के प्रयास जारी हैं। विदिशा में कई गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन भी चल रहे हैं। विदिशा और गुना जिले के 25 गाँव बाढ़ से घिरे हुए हैं। इनमें से 10 गाँवों के लोंगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिप्ट किया जा रहा है। राजगढ़ जिले में राहत शिविरों में 500 लोगों को ठहराया गया है। कालीसिंध, पार्वती, चंबल नदियों पर हम निरंतर नजर रखे हुए हैं। नर्मदापुरम में एनडीआरएफ की दो, विदिशा में दो, जबलपुर में एक, सीहोर में एक, भोपाल और गुना में एक-एक टीम और एसडीआरएफ की विदिशा में चार, राजगढ़ में दो, गुना में तीन टीमें बोट के माध्यम से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। आगर-मालवा, रतलाम और शाजापुर जिले में भी लगातार नजर रखी जा रही है।
ये
भी
पढ़ें
:
मटकी
फोड़
कार्यक्रम
में
पहुंचने
पर
खंडवा
में
दलित
लड़की
को
महिलाओं
समेत
9
लोगों
ने
पीटा