बीएसपी विधायक के बीजेपी में शामिल होने से बदल गए भिंड के राजनीतिक समीकरण
भिंड से बीएसपी विधायक संजीव सिंह के बीजेपी में शामिल की वजह से बदल गए भिंड के राजनीतिक समीकरण
भिंड, 14 जून। भिंड से बीएसपी विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने बीएसपी पार्टी को अलविदा कहते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है। मंगलवार को भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान के समक्ष बीएसपी विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने बीजेपी पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। संजीव सिंह कुशवाह के बीजेपी में शामिल होने की वजह से अब भिंड जिले के राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदल रहे हैं।
भिंड से दो बार विधायक रह चुके नरेंद्र सिंह कुशवाह और वर्तमान विधायक संजीव सिंह कुशवाह आपस में विरोधी हैं। इनका राजनीतिक विरोध जगजाहिर है। दोनों के बीच कई बार विवादों के चलते एक दूसरे पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं। ऐसे में अब संजीव सिंह कुशवाह बीजेपी में आ गए हैं तो दोनों ही विरोधी अब एक ही दल में पहुंच गए हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को दोनों के बीच सामंजस्य बिठाने में होगी परेशानी
बीजेपी पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को नरेंद्र सिंह कुशवाह और संजीव सिंह के बीच सामंजस्य बिठाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। अपने राजनीतिक वर्चस्व को लेकर दोनों ही नेता कई बार आमने सामने आ चुके हैं। अब दोनों ही नेता एक दल में पहुंच गए हैं लेकिन उनके राजनीतिक मतभेद अभी भी बरकरार है। जाहिर सी बात है कि इसका असर उन दोनों के समर्थकों पर भी पड़ेगा और दोनों को आपसी सामंजस्य बनाने में परेशानियों का सामना भी करना पड़ेगा।
नरेंद्र सिंह कुशवाह को करना पड़ेगा जिला पंचायत की अध्यक्ष सीट से संतोष
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव सिंह कुशवाह को बीजेपी में शामिल करने से पहले नरेंद्र सिंह कुशवाह को बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाने देने का वादा किया है। इसके लिए बीजेपी ने बिसात दिखाना भी शुरू कर दी है। यही वजह है कि नरेंद्र सिंह कुशवाह ने अपनी पत्नी को जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतार दिया है क्योंकि संजीव सिंह कुशवाह क बीजेपी मे आने से भविष्य में उनको विधायक का टिकट मिलना मुश्किल लग रहा है।
नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों पर रहेगा बीजेपी का प्रभाव
भिंड में होने वाले नगर पालिका और पंचायत चुनाव में बीजेपी का प्रभाव रहेगा क्योंकि भिंड विधानसभा से बीएसपी के विधायक अब बीएसपी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसलिए अब नगर पालिका के चुनाव में कोई भी बड़ा विरोधी दल बीजेपी पार्टी के सामने चुनाव मैदान में खड़ा नहीं है। यही वजह है कि नगरपालिका में बीजेपी का आना लगभग तय हो चुका है। इसके साथ ही पंचायत चुनाव में भी बीजेपी का रसूख देखने को मिलेगा।
संजीव सिंह कुशवाह हो सकते हैं आगामी विधानसभा में बीजेपी के भिंड से प्रत्याशी
संजीव सिंह कुशवाह जब तक बीएसपी पार्टी से विधायक थे तब तक नरेंद्र सिंह कुशवाह को बीजेपी से भिंड विधानसभा के टिकट मिलना तय माना जा रहा था, लेकिन अब संजीव सिंह कुशवाह के बीजेपी में शामिल होने की वजह से नरेंद्र सिंह का टिकट कटना लगभग तय हो गया है और संजीव सिंह कुशवाह को टिकट दिए जाने की प्रबल संभावना बन गई है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा का टिकट मिलने की शर्त पर ही संजीव सिंह कुशवाह ने बीजेपी में एंट्री की है।
संजीव सिंह के पिता रह चुके हैं बीजेपी से चार बार सांसद
संजीव सिंह कुशवाह मूल रूप से बीजेपी पार्टी से ही है। 2013 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी छोड़कर बीएसपी का दामन थाम लिया था और विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार मिली थी। 2018 के चुनाव संजीव सिंह बीएसपी पार्टी से विधायक चुनकर आ गए। संजीव सिंह कुशवाह के साथ उनके पिता रामलखन सिंह ने भी बीजेपी पार्टी को छोड़ दिया था। राम लखन सिंह उम्र भर बीजेपी पार्टी में रहे और भिंड दतिया लोकसभा सीट से 4 बार सांसद भी रहे। अब संजीव सिंह बीजेपी में आ गए हैं तो राम लखन सिंह के समर्थकों का वोट भी बीजेपी को मिलना तय हो गया है जिससे बीजेपी को आने वाले सभी चुनाव में बहुत बड़ा फायदा होगा।
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English summary
bhind's political equations changed after mla sanjeev singh joined bjp
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