Karnataka Cooker Blast: ईडी की 5 जगहों पर रेड, कांग्रेस के कार्यालय वाली बिल्डिंग में भी छापेमारी
कर्नाटक के मंगलुरु में हुए कुकर बम ब्लास्ट मामले में ईडी ने बुधवार को 5 जगहों पर छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक ईडी की तरफ से कांग्रेस के दफ्तर वाली बिल्डिंग में भी छापेमारी की गई है।
कर्नाटक के मंगलुरु कुकर बम विस्फोट मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को पांच स्थानों पर छापेमारी की। इसके अलावा ED के कांग्रेस के ऑफिस वाली बिल्डिंग में भी छापेमारी की। वहीं,विस्फोट के मुख्य संदिग्ध आरोपी शारिक के शिवमोग्गा स्थित घर की भी तलाशी ली गई। साथ ही शारिक के परिवार की भी तलाशी की जा रही है। ED की तरफ से मनी लॉन्ड्रिंग का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की प्राथमिकी पर आधारित है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए ईडी के अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत दायर मामले के लिए दस्तावेज और सबूत इकट्ठा करने के लिए 5 जगहों पर छापेमारी की गई। वहीं, मंगलुरु में एक इमारत में छापेमारी भी कई गई। जिस इमारत में छापेमारी की गई, वहां पर कांग्रेस का कार्यालय भी स्थित है।
हालांकि, जांच एजेंसी के सूत्रों ने दावा किया है कि ईडी की तरफ से इमारत में एक कार्यालय की तलाशी ली, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल के परिसरों पर कोई छापेमारी नहीं की गई। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि राज्य के कई अन्य जगहों पर भी तलाशी ली गई है।
आपको बता दें कि पिछले साल 19 नवंबर को मंगलुरु के बाहरी इलाके में एक ऑटोरिक्शा में एक बम विस्फोट हुआ था। इस पूरे मामले में तिपहिया वाहन चलाने वाले मोहम्मद शरीक को मुख्य आरोपी बनाया गया है। हालांकि इस विस्फोट में वह भी बुरी तरह घायल हो गया था। जानकारी के मुताबिक वह 40 प्रतिशत जल गया था।
पुलिस के मुताबिक शारिक और उसके साथी कथित तौर पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रेरित थे। दोनों टेलीग्राम मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से संपर्क में थे। पुलिस ने यह भी कहा था कि भारत के बाहर बैठे उनके आकाओं ने बम बनाने में उनका मार्गदर्शन किया था। इसके लिए उन्हें कई दस्तावेज भी भेजे गए थे।
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इन्हीं दस्तावेजों का इस्तेमाल दोनों ने एक बम बनाया और कर्नाटक में शिवमोग्गा जिले के पास तुंगा नदी के तट पर परीक्षण किया। राज्य पुलिस ने यह भी दावा किया था कि दोनों की तरफ से पूरे कर्नाटक में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना थी।
पिछले साल 15 अगस्त को शिवमोग्गा में हिंदुत्व विचारक वी सावरकर पर हुई हिंसा के मामले में जांच करते हुए पुलिस ने आईएस से प्रेरित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। लेकिन उस वक्त शारिक पुलिस को चकमा दे देकर निकल गया था। जिसके बाद मामले को NIA को दे दिया गया था।
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