जवान कौशल किशोर की बेटी पूर्वी बोली- शहीद तो शहीद होता है वो तो अमर हो गए
Agra News, आगरा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Blast) के अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में गुरुवार को हमले में शहीद होने वालों में आगरा जिले के कहरई गांव के कौशल किशोर रावत (48) भी शामिल हैं। कौशल किशोर सीआरपीएफ में नायक (एएसआई) के पद पर तैनात थे। वह 115 बटालियन में सिलिगुड़ी में नियुक्त थे। उनकी कुछ दिन पहले ही कश्मीर में 76 बटालियन में तैनाती हुई थी।
टीवी पर देखी थी खबर
गुरुवार को टीवी पर सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले की खबर सुनते ही परिजनों में बेचैनी पैदा हो गई। शहीद के पिता गीता राम रावत ने तत्काल गुड़गांव में कौशल के पुत्र विकास को फोन कर खैरियत पूछी तो फोन खटकने शुरू हुए। करीब चार घंटे की बेचैनी के बाद कइरई में कौशल की शहादत की खबर गांव पहुंची गई। मां धन्नो देवी, भाई कमल किशोर और पूरे परिवार का रुदन फूट पड़ा।
कौशल किशोर ने भाई से की थी फोन पर बात
शहीद के भाई कमल किशोर ने बताया कि बुधवार देर शाम को उसने अपने बड़े भाई कौशल किशोर से फोन पर बातचीत की थी। वो जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद अपने छोटे भाई को वहां का हाल बता रहे थे। कमल किशोर ने जब चिंता व्यक्त की, तो अपने भाई को समझाते हुए कहा कि यहां सब ठीक है, तू मेरी चिंता मत कर। गुरुवार को कौशल कुमार की शहादत की खबर घर पहुंच गई।
परिवार के 20 लोग कर चुके हैं देश की सेवा
बता दें शहीद कौशल किशोर के परिवार के 20 लोग सीआरपीएफ और सेना में रहे है। गांव वालों को देश का बेटा जाने का जहां दुख है वही वो गौरव भी महसूस कर रहे है कि उनके गांव में ऐसे वीर शहीद ने जन्म लिया।
बेटी ने कहा- मैरे पिता जी अमर हो गए
शहीद कौशल किशोर की बेटी पूर्वी रावत ने कहा कि ड्यूटी के दौरान उन्होंने टीवी पर हमले की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि शहीद तो शहीद होता है वो तो अमर हो गए। शहीद जिंदगी भर याद किए जाते है। पूर्वी ने बताया कि उसका भाई रशिया में एमबीबीएस कर रहे है। साथ ही कहा कि खून के बदले खून चाहिए।
ये भी पढ़ें:-5 दिन पहले घर से ड्यूटी पर लौटे थे विजय मौर्य, खबर सुनते ही पत्नी और पिता हुए बेसुध